लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिए जाने से मजदूरों की मुसीबतें और अधिक बढ़ गई हैं.
लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ के मजदूर देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे हुए हैं. इसी क्रम में बालौदाबाजार और कोरबा जिले के करीब तीन दर्जन मजदूर जम्मू में फंसे हुए हैं.
मजदूरों के वीडियों और न्यूज़ 18 के सामाजिक सरोकार को देखते हुए श्रम विभाग के सचिव और श्रमायुक्त सोनमणि बोरा ने तत्काल निर्देश जारी कर मजदूरों की खोजबीन कराई. ना केवल खोजबीन बल्कि उन तक पर्याप्त राशन भी पहुंचा गया. रायपुर से करीब 2000 किलोमीटर दूर अपने तक मदद पुहंचने पर मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गई.
मजदूरों के मदद के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त
लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ के मजदूरों के अलग-अलग राज्यों में फंसे होने के खबर के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रम विभाग के सचि सोनमणि बोरा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. नोडल अधिकारी के द्वारा ऐसे किसी भी मामले को गंभीरता से लेकर मजदूरों तक मदद पहुंचाई जा रही है. एक आकड़े के अनुसार अन्य राज्यों में छत्तीसगढ़ के करीब 5 हजार मजदूरों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है. साथ ही राज्य के भीतर भी मजदूरों तक सुविधा पहुंचाई जा रही है.रोजी रोटी के बाद जीवन यापन पर संकट
देश में कोरोना संक्रमण की ज़द में भले ही अब तक करीब 16000 लोग आए हों लेकिन कोरोना काल में लाखों मजदूर का रोजी रोटी छिन चुका है. आलम यह है कि अब जीवन यापन करना , दो जून की रोटी का प्रबंधन करना कठिन हो गया है, हालांकि केंद्र से लेकर राज्य सरकारों तक इनके मदद के लिए कार्य किया जा रहा है, मगर धरातली हकीकत यही हैं कि कोरोना संक्रमण ने लाखों श्रमिकों को बेरोजगार कर दिया है.
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First published: April 19, 2020, 4:34 PM IST


