Edited By Garima Singh | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:

एक्सपर्ट्स के अनुसार, हाईली एजुकेटेड और मल्टीनैशनल कंपनीज में काम करनेवाले ज्यादातर युवाओं को हाई बीपी के सिंप्टम्स के बारे में पता ही नहीं है। पिछले दिनों हुई एक स्टडी में सामने आया था कि मेट्रो सिटीज के 22 प्रतिशत यूथ हाई बीपी के बारे में कुछ नहीं जानते हैं जबकि उनमें से अधिकतर में इसके प्राइमरी सिंप्टम्स नजर आने लगे हैं।
इसलिए युवा बन रहे हैं मरीज
– एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में रह रहे युवा बड़ी संख्या में हाई बीपी के मरीज बन रहे हैं। खास बात यह है कि इनमें से ज्यादातर युवाओं की उम्र 25 से 35 साल के बीच है।
-यानी वह उम्र जिसमें इंसान सबसे अधिक एनर्जेटिक और सबसे अधिक क्रिएटिव होता है। डायटीशियन का कहना है कि हाई कैलरी डायट और फिजिकली ऐक्टिव ना होना युवाओं को जल्दी बीमार बना रहा है।

युवाओं में बढ़ता हाई बीपी
कुछ हानिकारक आदतें
-युवाओं में बढ़ते मोटापे और हानिकारक फैट की वजह डायटीशियन जंक फूड के बढ़े सेवन को मानते हैं। क्योंकि ये फूड कैलरी और ऑइल से भरपूर होते हैं। वहीं सिटिंग जॉब के कारण ज्यादातर युवा हर वक्त बैठे रहते हैं और एक्सर्साइज भी नहीं करते हैं। इस वजह से भी सेहत से जुड़ी समस्या जैसे हाई बीपी की दिक्कत बहुत बढ़ रही है।
जानलेवा बन सकती है स्थिति
– अगर युवा हाई बीपी के लक्षणों से अनजान बने रहते हैं और गलत खान-पान का रुटीन बनाए रखते हैं तो उन्हें हार्ट प्रॉब्लम्स और किडनी डिजीज का सामना भी करना पड़ सकता है। फिर इन बीमारियों को भी अगर शुरुआती अवस्था में ही ट्रीट ना किया जाए तो ये जानलेवा साबित हो सकती हैं।

युवाओं में बढ़ता हाई बीपी
ऐक्टिव रहने की कोशिश करें
– वक्त-वक्त पर आपको अपने ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहना चाहिए। ताकि आपको अपनी सेहत के बारे में पता चलता रहे और अपनी डायट को मेंटेन रखने में मदद मिले। साथ ही खुद को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने का प्रयास करें। डांस, वॉक, जिम जैसी जो भी ऐक्टिविटी आपको पसंद हो, उसमें पार्टिसिपेट जरूर करें।
डायटीशियन से जानें इसका हल
– अगर आपको लगता है कि बाहर का खाना-पीना आपकी मजबूरी है तो अपने डॉक्टर या डायटीशियन से मिलकर उन चीजों के बारे में जानें जिन्हें कंज्यूम करने पर आपका फैट कंट्रोल में रहेगा और भूख भी नहीं लगेगी। साथ ही ड्राई फ्रूट्स और दूध को अपनी डायट का जरूरी पार्ट बना लें। ताकि आपका एनर्जी लेवल लो ना महसूस हो।
Source link