
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन बढ़ते अपराध के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ.
छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly Budget Session 2021) का दूसरा दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया. जिस जरूरी मुद्दे पर विपक्ष ने चर्चा की मांग रखी थी उस पर केवल हंगामा हुआ और सदन बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. दूसरे दिन बढ़ते अपराध (Crime) के मुद्दे पर सदन गरमाया.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष को बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने से बीजेपी विधायक आक्रोशित हो गए और आसंदी के सामने ही नारेबाजी की और वेल में चले गये. बढ़ते अपराध को लेकर बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं. हत्याएं हो रही है. उसकी वीडियो क्लिपिंग बनाई जा रही है
अपराध के मुद्दे पर सदन में हंगामा
बढ़ते अपराध के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर के विधायक ने खुद स्वीकारा था कि पुलिस किस तरह कमीशन मांगती है. ऐसा लगता है प्रदेश में सरकारी संरक्षण में लूट मची है. सरकारी शराब की दुकानों में दूसरे प्रदेश के शराब बिक रहे हैं. प्रदेश अपराध और नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है. पुलिस जुए और वैश्यावृत्ति वाले को पकड़ती है क्योंकि वहां पैसा है, लेकिन दूसरे अपराधियों को नहीं पकड़ते. रात को पुलिस गश्त करती नहीं दिखती.वहीं इस मसले पर प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि विपक्ष के द्वारा ऐसा कहना ठीक नहीं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज नहीं है. अपराध पर पुलिस ने पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और ज्यादातर मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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एक बार फिर सदन में गूंजा झीरम का मुद्दा
बढ़ते अपराध पर चर्चा के दौरान झीरम मामले की गूंज फिर एक बार सदन में सुनाई दी. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने झीरम नक्सल हमले की याद दिलाते हुए कहा कि झीरम कांड से बड़ी आज तक कोई घटना छत्तीसगढ़ में नहीं हुई. इसके दोषी गिरफ्तार नहीं हुए और सजा नहीं मिली. हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं क्यों अनुमति नहीं देते? इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पहले कहते थे सबूत है, तो अब वह सामने क्यों नहीं लाते. इसके जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमने एसआईटी जांच झीरम पर बिठाई. केंद्रीय गृह मंत्री से बात भी की. लेकिन हमें जांच का जिम्मा नहीं देते. उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों उन्हें जांच से रोका जा रहा है.