- उत्तराखंड में 900 गांवों में बिजली-पानी आपूर्ति ठप
- फिसलन के चलते करीब 45 लोग घायल हुए हैं
पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी और बारिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. हिमाचल प्रदेश में 5 नेशलन हाइवे सहित 609 सड़कें अभी भी बंद हैं. साथ ही 2031 बिजली और 118 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं. इधर, उत्तराखंड के 900 से अधिक गांवों में बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है.
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में रविवार को बादल छाए रहने के कारण पारे में मामूली वृद्धि देखी गई, लेकिन राज्य के कई इलाकों में पारा अभी भी हिमांक बिंदु के नीचे बना हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में और अधिक बारिश व बर्फबारी होने की आशंका है.
मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में किन्नौर जिले के कल्पा में हल्की बर्फबारी हुई है. यहां तापमान शून्य से 4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. लाहौल-स्पीति के जिला मुख्यालय केलांग में न्यूनतम तापमान शून्य से 11.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
Himachal Pradesh: 609 roads including 5 National Highways are still closed in the state. 2031 electricity supply schemes are disrupted and 118 water supply schemes are hampered. Visuals of snow clearance from Kullu district. pic.twitter.com/P08XAyRXPU
— ANI (@ANI) January 12, 2020
खूबसूरत पर्यटन स्थल मनाली, जो अभी भी पिछले सप्ताह हुई बर्फबारी के कारण बर्फ की मोटी चादर में लिपटा हुआ है. यहां का तापमान शून्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि डलहौजी में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री और धर्मशाला में 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राज्य की राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ.
उत्तराखंड में जनजीवन प्रभावित
राज्य के 900 से अधिक गांवों में बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है. सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे आवागमन ठहर-सा गया है. हालांकि, प्रशासन सड़कों को ठीक करने में जुटा हुआ है. फिर भी करीब 40-45 लोगों बढ़ी फिसलन के चलते इसमें गिरकर घायल हो गए हैं.
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि 900 से अधिक गांवों में अभी भी बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है. पर्यटक स्थलों में ठहरे करीब 50 पर्यटक सड़कें बंद होने के कारण वापस नहीं लौट पा रहे हैं. प्रदेश भर में लगभग 100 मार्गों पर आवाजाही बाधित है.