कोरोना वायरस से चीन सहित अन्य देशों में 1700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में अभी तक इसके तीन केस मिले हैं. जहां विश्व भर के डॉक्टर कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारत ने कोरोना वायरस का इलाज खोज निकाला है और इससे एक मरीज तेजी से ठीक भी हो रहा है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहे आर्टिकल की हेडलाइन भ्रामक है. पूरे आर्टिकल में कहीं भी कोरोना वायरस के इलाज की खोज के बारे में कुछ नहीं कहा गया है. वहीं आर्टिकल में तस्वीर भी चीन की इस्तेमाल की गई है.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक पेज “Indian Army Fans” ने इस आर्टिकल का लिंक शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा: “अपने देश की बहुत बड़ी उपलब्धि।।भारत ने खोज निकाला कोरोना वायरस का इलाज।पढ़े पूरी खबर नीचे क्लिक कर।”
खबर लिखे जाने तक यह पोस्ट 10000 से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी है.
वायरल पोस्ट में शेयर किए गए आर्टिकल की हेडलाइन है, “भारत ने खोज निकाला कोरोना वायरस का इलाज! तेजी से ठीक हुआ मरीज”. इसे हमने इंटरनेट पर सर्च किया तो हमें पंजाब केसरी पर छपा आर्टिकल मिल गया. यह आर्टिकल 11 फरवरी को प्रकाशित किया गया था. हमने पड़ताल में पाया कि पूरे आर्टिकल में कहीं भी भारत में कोरोनावायरस के इलाज की खोज की बात नहीं कही गई है. लिहाजा आर्टिकल की हेडलाइन भ्रामक है.
आर्टिकल में कवर फोटो में मेडिकल स्टाफ के तीन सदस्यों की गले मिलते हुए तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है. यह तस्वीर चीन के ईस्टर शैंडॉन्ग प्रांत के जूपिंग स्थित एक अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में ली गई है. इस तस्वीर पर गेटी इमेजेज का कॉपीराइट है.
पानीपत लाइव व भारतीय समाचार ने पंजाब केसरी के इस न्यूज आर्टिकल को जस का तस उठा कर प्रकाशित किया है.
करीब 11000 लोग ठीक हुए
यह खबर सही है कि भारत में मिले कोरोनावायरस के मरीज ठीक हो रहे हैं, लेकिन विश्वभर में 11000 से ज्यादा मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं. अब तक विश्व भर में कोरोना वायरस के 71000 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं. इनमें से 11000 से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 17 फरवरी सुबह 10 बजे तक 1776 लोगों की मौत हो चुकी थी.
कोरोना वायरस के ताजे आंकड़े
थाइलैंड ने किया कोरोना वायरस के इलाज का दावा
पिछले दिनों थाइलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया था कि उन्होंने कुछ एंटी-वायरल दवाइयों को मिला कर कोरोना वायरस से पीड़ित एक चीनी महिला को दिया, जिसके 48 घंटे में महिला ठीक हो गई. मंत्रालय ने बताया कि डॉक्टर्स ने एंटी-फ्लू ड्रग ओसेल्टामिविर को लोपिनाविर और रिटोनाविर के साथ मिलाया था. यह दवाहयां एचआईवी और फ्लू का इलाज करने के काम आती हैं. इस खबर को देश विदेश की मीडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था.