असम चुनाव खत्म होने के बाद यहां प्रचार करने वाली कांग्रेस की टीम उत्तर प्रदेश में मोर्चा संभालेगी.
असम (Asam) के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) के कई नेता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के लिए काम करेंगे. उत्तर प्रदेश में भी जल्द तैयारियां शुरू होंगी. यूपी(UP) में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को कई बार ट्रेनिंग दी गई है.
असम के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई नेता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए काम करेंगे. जी हां जिस तरह से असम में करीब तीन महीने पहले यहां से टीम तैनात की गई थी, उसी तरह से उत्तर प्रदेश में भी जल्द तैयारियां शुरू होंगी. हालांकि इसके पहले यूपी में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को कई बार ट्रेनिंग दी गई है. यह टीम जल्द उत्तर प्रदेश रवाना होगी.
विधानसभा के लिए असम में जो लोग पसीना बहा रहे थे, उन्हें ही उत्तर प्रदेश के लिए भेजा जाएगा. वहां क्या मुद्दे होंगे इसे लेकर असम चुनाव के प्रभारी सचिव, कांग्रेस विधायक और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव विकास उपाध्याय का कहना है कि वहां के स्थानीय मुद्दों के साथ हम छत्तीसगढ़ का रोल मॉडल पेश करेंगे. रणनीति वही होगी जिसके तहत कांग्रेस 15 सालों के बाद सत्ता में वापस आई थी.
बीजापुर में शहीदों के परिजनों को मिलेंगे 80 लाख रुपये, नौकरी की प्रक्रिया जल्द करने के निर्देशप्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी का कहना है कि 2018 में कांग्रेस ने ना केवल विधानसभा चुनाव में बंपर सीटें हासिल की थीं, बल्कि उसके बाद निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव और उपचुनावों में भी शानदार प्रदर्शन किया. हमने इन सारे चुनावों में बूथ स्तर पर काम किया था. अब यह छत्तीसगढ़ मॉडल पूरे देश के लिए रोल मॉडल बन गया है. इसकी चर्चा पूरे देश में है.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए भी इसी रणनीति पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेता काम करेंगे. यही वजह है कि विधानसभा की जमीन तैयार करने के लिए उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों के लिए यहां के पंचायत प्रमुखों, जिला पंचायत अध्यक्षों, पूर्व अध्यक्षों के साथ प्रदेश स्तरीय नेताओं को भेजा जा रहा है. पंचायत चुनावों में किए गए काम विधानसभा चुनाव की जमीन को कांग्रेस के लिए उर्वरक बनाएंगे. हमारा मुद्दा विकास होगा.
पीसीसी कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिस तरह से असम के मुख्यपर्यवेक्षक थे और स्टार प्रचारक थे. इसका लाभ यूपी के विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा. यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव में भी उनसे पार्टी को नतीजों में लाभ मिला था. विकास के मुद्दे के साथ भगवान राम की भी बात होगी. छत्तीसगढ़ तो भगवान राम का ननिहाल है. यहां वो भांजे के रूप में पूजे जाते हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राम के प्रति हम सबके आदर और श्रद्धा को अभिव्यक्त किया है. एआईसीसी सचिव विकास उपाध्याय का कहना है कि उत्तर प्रदेश में तो बीजेपी राम के नाम पर केवल राजनीति होती है, यहां तो रामराज के समान काम होता है.