स्टोरी हाइलाइट्स
- जनवरी में भारत में कोरोना वैक्सीन लगने की संभावना
- शुरुआत में 30 करोड़ लोगों को दी जाएगी वैक्सीन
कोरोना वायरस का मुकाबला करते हुए पूरा 2020 गुजर गया है और अब हर किसी को वैक्सीन का इंतजार है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का कहना है कि भारत में जनवरी में वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है. नए साल के पहले महीने में कभी भी भारत में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जा सकता है. केंद्रीय मंत्री ने इसी के साथ सरकार की वैक्सीन को लेकर तैयारी के बारे में बताया.
डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक, भारत सरकार वैक्सीन के मामले में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहती है. जो वैक्सीन सबसे सही, सटीक होगी उसे ही प्राथमिकता दी जाएगी. सरकार का लक्ष्य सही वैक्सीन को आम लोगों तक पहुंचाना है.
30 करोड़ लोगों तक कोरोना वैक्सीन का टारगेट
वैक्सीन किसे और कैसे दी जाएगी, इस सवाल पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने एक्सपर्ट का एक ग्रुप बनाया था जिन्होंने लंबा मंथन किया, साथ ही दुनिया में जो ट्रेंड चल रहा है उसी के आधार पर भारत में शुरू में 30 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने का लक्ष्य है.
डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक, इन 30 करोड़ लोगों में करीब 1 करोड़ हेल्थ वर्कर, 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर (पुलिस, सफाई कर्मचारी, सेना आदि) शामिल हैं. जबकि करीब 26 करोड़ लोग ऐसे चिन्हित हैं जिनकी उम्र 50 से अधिक है, इसके अलावा 1 करोड़ ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनकी उम्र 50 से कम है लेकिन वो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं.
#WATCH After consultation with experts, we’ve prioritized 30-cr people for COVID vaccine. It includes health workers, frontline workers like police, military&sanitation staff, people above 50 yrs &those who are below 50 yrs but are suffering from certain diseases: Health Minister pic.twitter.com/RJvU2eSJ7W
— ANI (@ANI) December 21, 2020
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डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें पिछले करीब चार महीने से वैक्सीन वितरण की तैयारी में जुटी हैं. सरकार राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर लिस्ट तैयार करने में जुटी है, हर जगह टास्क फोर्स बनाई गई है. करीब 260 जिलों में हजारों लोगों को ट्रेन किया गया है, जबकि कई को ट्रेन किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, किस व्यक्ति को कहां, कब, कैसे वैक्सीन मिलेगी. इसकी जानकारी फोन पर ही उस व्यक्ति को मिल जाएगी, सभी की लिस्ट लगभग तैयार हैं. डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अगर कोई वैक्सीन लेने से इनकार करता है, तो हम उसपर दबाव नहीं बनाएंगे.
आपको बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन में पहले से ही वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो गया है. जबकि भारत में आठ वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में हैं, जिनमें से तीन देशी और बाकी विदेशी वैक्सीन है. हालांकि, भारत में बड़े स्तर पर वैक्सीन का प्रोडक्शन हो रहा है.
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