The team of Jhansi Anti Corruption Department caught the lender, caught taking bribe in Sadar Tehsil and filed a case of corruption.
झाँसी खसरा-खतौनी में नाम चढ़ाने के एवज में रिश्वत लेते हुए एक लेखपाल को आज विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। इस लेखपाल की शिकायत पीड़ित ने विजिलेंस में की थी और विजिलेंस ने जाल बिछाकर लेखपाल को रंगे हाथों धर दबोचा। लेखपाल के खिलाफ पुलिस में मुकदमा कायम करा दिया गया है तथा उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। यह पूरा मामला ग्राम रोनिजा के मौजे का है।
रक्सा के इमलीपुरा में रहने वाले हरिशंकर ने रोनिजा मौजे में स्थित जमीन की खसरा-खतौनी में नाम जुड़वाने हेतु आवेदन किया था। लेखपाल पीयूष रिछारिया निवासी सिविल लाइन द्वारा नाम चलाने के एवज में हरिशंकर से छह हजार रुपए की मांग की जा रही थी।
हरिशंकर द्वारा असमर्थता जताने पर लेखपाल द्वारा लगातार उसे चक्कर लगवाए जा रहे थे। थक-हारकर हरिशंकर ने विजिलेंस में इसकी शिकायत की। इस पर विजिलेंस ने लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
विजिलेंस के इंस्पेक्टर अम्बरीश कुमार यादव, कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, राजबहादुर, क्रांति कुमार पांडे, महिला कांस्टेबल बीना सिंह ने पीड़ित हरिशंकर को पाउडर लगाकर नोट दिए। निर्धारित योजना के तहत हरि शंकर ने लेखपाल को रुपए देने के लिए इलाइट चौराहे पर बुलाया। लेखपाल ने जैसे ही हरिशंकर से रुपए लिए, आसपास तैनात विजिलेंस की टीम ने उसे धर दबोचा। पकड़े गए लेखपाल को थाने ले जाया गया, जहां उसके हाथ धुलवाये गए तो नोटों में लगे पाउडर की वजह से गुलाबी हो गए।
इस मामले में लेखपाल के खिलाफ विजिलेंस ने पुलिस में मुकदमा कायम कर दिया है।
Reporter – Rohit Kumar