ललितपुर। जिले में मानक के अनुरूप चिकित्सकों की कमी चल रही है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में तीस हजार की आबादी पर एक चिकित्सक है। जबकि पंद्रह हजार की आबादी पर एक चिकित्सक नियुक्त करने प्रावधान है। ऐसे में चिकित्सकों की कमी के कारण अफसरों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं ठीक कर पाना मुश्किल हो रहा है केंद्र व राज्य सरकार ने कमजोर परिवारों के लिए आयुष्मान भारत सरीखी योजनाओं की सौगात दी, लेकिन जिले में चिकित्सकों व संसाधनों की कमी के कारण लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस कारण मरीजों को बाहर रेफर कर दिया जाता है। डॉक्टरों की कमी से ह्दय रोग, अटैक, लकवा, किडनी, प्लेटलेट्स की कमी, गंभीर बुखार, हैड इंजरी समेत अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों को बाहर जाकर उपचार कराना पड़ता है। ऐसा ही हाल जांचों का है। इनमें सीटी स्केन, ह्दय रोग के वाल्व की जांच, कैंसर संबंधी जांच, डेंगू की जांच आदि यहां पर नहीं हो पाती हैं। स्वास्थ्य विभाग में रेडियोलॉजिस्ट के पांच पद स्वीकृत हैं, लेकिन सभी पद खाली हैं।
पैथोलॉजिस्ट के तीन पदों में से एक पद भरा है। तीन सर्जनों में से दो कार्यरत हैं। ऐनेस्थेटिस्ट के तीनों पद रिक्त हैं। इएमओ के चार में एक ही पद भरा है। न्यूरो सर्जन की कमी के चलते एक्सीडेंटल केसों को भी रेफर किया जाता है। जिले की आबादी लगभग 14 लाख के करीब है। इसके मुकाबले में जिले के सरकारी अस्पतालों में कुल 97 पद स्वीकृत हैं और 48 चिकित्सक तैनात है। इस हिसाब से 30 हजार की आबादी पर एक चिकित्सक का आंकड़ा आ रहा है। इससे लोगों को बेहतर उपचार नहीं मिल पा रहा है।
एक नजर में जिले की वर्तमान स्थिति
जिला की आबादी 14 लाख
जिला अस्पताल – 01
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र – 04
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र – 02
नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र – 23
उपकेंद्र – 198
जिला में चिकित्सकों की स्थिति
पदनाम स्वीकृत पद कार्यरत रिक्त
लेवल – 1 46 22 24
लेवल – 2- 02 11 00
लेवल – 3- 15- 07 08
लेवल – 4- 14- 05 09
कुल 77- 45 41
डेंटल सर्जन- 02- 00 02
चिकित्साधिकारी सीएचसी -18- 08- 10
कुल- 97- 53- 53
जिला अस्पताल
स्वीकृत पद कार्यरत रिक्त पद
29- 16- 12
जिले में चिकित्सकों व विशेषज्ञों की कमी है। इसे पूरा करने के लिए शासन को पत्राचार किया गया है। चिकित्सक मिलते ही तैनात किया जाएगा।
– डॉ. प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी