भोपाल, ब्यूरो। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संवेदनशीलता, सहृदयता के किस्से तो आपने खूब सुने, देखे होंगे, लेकिन आज एक नई मिसाल पेश की है। दरअसल, भारतीय किसान संघ के बैनरतले भोपाल के एमवीएम ग्राउंड में किसानों का प्रदर्शन आयोजित किया गया था। धरने में प्रदेशभर से हजारों किसान आए थे। वे अपनी मांग रख ही रहे थे इस बीच, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके बीच पहुंच गए। मुख्यमंत्री को खुद के बीच पाकर किसान अचंभित हो गए। शिवराज ने कहा कि 15 महीने के लिए आई कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के हजारों किसानों को डिफाल्टर बना दी। वे कई वादे करके आए थे, लेकिन एक भी पूरे नहीं किये। इतना ही नहीं, कमाल की बात तो यह है कि किसान जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, उनमें से अधिकांश मांगें शिवराज ने मंच से ही पूरी कर दीं।
इन मांगों को शिवराज ने किया पूरा
- किसान की सहमति से ही जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
- कांग्रेस की कर्ज माफी के कारण डिफाल्टर हुए किसानों के कर्जमाफी का ब्याज सरकार भरेगी।
- किसान पम्प योजना का अनुदान अगले बजट में आ जाएगा।
- गन्ना किसानों का बकाया मिल मालिकों से बात कर वापस कराएंगे।
- जले हुए ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलवाएंगे।
- नहरों की मरम्मत कर टेल एंड तक व्यवस्थित पानी पहुंचाएंगे।
- ओवरलोड ट्रांसफार्मर के साथ अतिरिक्त ट्रांसफार्मर रखने की व्यवस्था करेंगे।
- पीएम किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण निधि योजना में बचे हुए किसानों के नाम जोड़ेंगे।
- राजस्व के और बिजली बिल निराकरण के शिविर लगाए जायेंगे।
- जमीन क्रय करने के बाद शीघ्र नामांतरण की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
- फसल खरीदी केंद्र पर तुलाई जल्दी पूरी करने के लिए बड़े तौल कांटे लगाए जायेंगे।
- रेवेन्यू की जमीन पर कब्जा कर वर्षों से खेती कर रहे लोगों को पट्टे दिये जाएंगे।
देखा आपने,
शिवराज की यही अदा उन्हें अन्य नेताओं से जुदा बनाती है।



