Tuesday, April 16, 2024
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नाखून पर हो सकते हैं मौत के निशान, जल्‍द देखें कहीं निकल न जाए ये वाला Cancer

जब भी कभी स्किन कैंसर की बात हो, तो शायद ही कभी आपके मन में ख्याल आए किे नाखून भी कैंसर का कारण बन सकते हैं। पर यह सच है। 200 से ज्यादा प्रकार के कैंसर होते हैं, जिनकी पहचान ऑन्कोलॉजिस्ट ने की है। आमतौर पर स्किन कैंसर हमेशा धूप के संपर्क में आने वाली जगहों पर हाथ, पैर या पीठ पर होता है। ये आपके हाथों की हथेलियों , तलवों या फिर नाखूनों पर भी दिखाई दे सकता है।

नाखूनों में यह नाखूनों के नीचे या उसके आसपास गांठ या फिर नाखून के नीचे पिगमेंटेड बैंड के रूप में दिखता है। किसी भी व्यक्ति का ध्यान इन निशानों पर कभी नहीं जाता, लेकिन अगर आपको अपने नाखूनों पर कुछ ऐसे ही निशान नजर आ रहे हैं, तो आपको तुरंत स्किन मेलेनोमा टेस्ट करा लेना चाहिए।

​पैर के उंगलियों के नीचे और पास में विकसित होता है मेलेनोमा

हालांकि स्किन कैंसर मेलेनोमा सहित नाखून और पैरों की उंगलियों के नीचे और आसपास विकसित हो सकता है। नाखूनों को प्रभावित करने वाला मेलेनोमा जैसे त्वचा को प्रभावित करता है, उसी समय इसे पहचान लिया जाए, तो इसका उपचार आसानी से हो सकता है। कोई भी व्यक्ति नाखूनों पर मेलेनामा से ग्रसित हो सकता है। खासतौर से यह बुजुर्ग और त्वचा के रंग वाले लोगों में ज्यादा आम है।

​अल्ट्रावायलेट रेडिएशन है मेलेनोमा की वजह

कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार, मेलेनोमी बहुत ज्यादा अल्ट्रावायलेट रेडिएशन के कारण होता है। इसके लिए आर्टिफिशिश्यल लाइट सोर्स जैसे सनबैंड, टैनिंग सेटअप आदि जिम्मेदार हो सकते हैं। लेकिन भारत में यूवी रेडिएशन की अच्छी मात्रा लोगों के त्वचा के संपर्क में आती है। इंडियन जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार, हालांकि भारतीय आबादी में दुर्लभ होने के कारण शायद ही इसके मामले कभी सामने आए हों।

​नाखूनों की जांच कराना जरूरी

अमेरिकन अकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी असोसिएशन ने एक अलर्ट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि हम सभी को समय-समय पर स्किन कैंसर के लक्षणों के लिए शरीर की जांच करानी चाहिए। बहुत से लोग केवल अपनी त्वचा की जांच कराने के बारे में ही सोचते हैं, लेकिन याद रखना चाहिए कि नाखूनों की भी जांच कराना उतना ही जरूरी है।

​मेलेनोमा के लिए अपने नाखूनों की जांच कैसे करें

स्किन एक्सपर्ट का कहना है कि मेलेनोमा के लिए नाखूनों की जांच करते समय यहां बताए गए संकेतों और परिवर्तनों को देखना चाहिए।

भूरे या काले रंग की पट्टी – यह गहरी सी लकीर नाखून में भूरे या काले रंग की पट्टी की तरह दिखती है। यह निशान अक्सर आपको हाथ या पैर के अंगूठे पर दिख सकता है। हालांकि, ऐसा हो यह जरूरी नहीं है। डार्क पिगमेंटेशन किसी भी नाखून पर दिखाई दे सकता है।

​पैर की उंगलियों से नाखून उठना-

इस स्थिति में नाखून अपने बेड से अलग होने लगता है। यानी आपको नाखून पैर की उंगलियों से उठा हुआ दिखेगा। आपके नाखून के ऊपर सफेद रंग का किनारा दिखने लगेगा, जो नाखून के ऊपर उठने के साथ लंबा नजर आएगा ।

​नाखून का विभाजित हो जाना-

यह तब होता है, जब एक नाखून बीच से टूट जाए और दो भागों में विभाजित हो जाए। यह स्थिति आपके साथ बने, तो यह चिंता का विषय है।

​नाखून के पास गहरे रंग की त्वचा-

नाखून के ठीक बगल में देखें। यहां अगर आपको कोई धब्बा नजर आए, या नाखून के आसपास की त्वचा का रंग गहरा हो जाए, तो यह मेलेनोमा का संकेत हो सकता है।

​नाखून के नीचे गांठ-

आप अपने नाखून पर किसी रंग का बैंड देख सकते हैं। यह थोड़ा चौड़ा , गहरा और पतला हो सकता है। इसे अगर बिना इलाज के छोड़ दिया जाए, तो मेलेनोमा मेटास्टेसिस हो सकता है। इसके साथ यह शरीर के कई अंगों के संपर्क में आकर घातक रूप ले सकता है।

नाखून आपके हाथों के अलावा पैरों की भी खूबसूरती बढ़ाते हैं। इन्हें स्वस्थ रखने के लिए समय-समय पर इनकी जांच कराना बेहद जरूरी है। जब भी आपको यहां बताए गए लक्षण नजर आएं, तो देर न करें, तुरंत ही त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें, क्योंकि यह स्किन मेलेनोमा का संकेत हो सकता है।


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