क्या मुंबई के पास अरब सागर में व्हेल देखी गई है? दरअसल सोशल मीडिया पर लोग एक वीडियो साझा कर रहे हैं जिसमें नीले समुद्री पानी में ढेर सारी व्हेल दिख रही हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि बॉम्बे हाई के पास समुद्र में व्हेल देखी गई है.
देश में लॉकडाउन के बाद कई ऐसी खबरें आई हैं कि इंसानी गतिविधियां पूरी तरह से ठप होने के चलते पर्यावरण और जीव जंतुओं को काफी राहत पहुंची है. इस बारे में सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किए जा रहे हैं. उसी उसी क्रम में यह वीडियो भी शेयर हो रहा है.
क्या है सच्चाई?
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज रूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये वीडियो कुछ महीने पुराना है और ये भारत का नहीं, बल्कि इंडोनेशिया का है.
कुछ फेसबुक यूजर्स ने ये वायरल वीडियो अपलोड करते हुए लिखा, ‘व्हेल मुंबई/बॉम्बे हाई ऑयल रिग में देखी गई.’ इस पोस्ट को शेयर करते हुए कई लोगों ने कहा, ‘प्रकृति वापस सामान्य हो रही है.’ इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इस वीडियो को यूट्यूब और ट्विटर पर भी खूब शेयर किया गया है.
आठ महीने पुराना वीडियो
वीडियो के कुछ की-फ्रेम्स लेकर रिवर्स सर्च करने पर कुछ यूट्यूब लिंक मिले जिनसे पता चलता है कि वीडियो अगस्त 2019 का है. इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में इंडोनेशियाई भाषा में लिखा है कि वीडियो इंडोनेशिया के नूसा पेनिडा द्वीप का है.
इंटरनेट पर थोड़ा और ढूंढने से बीबीसी न्यूज इंडोनेशिया पर ऐसा ही एक और वीडियो मिला. वहां इसके बारे में लिखा था, ‘समुद्री हम्पबैक व्हेल का एक समूह करीमुंजवा समुद्र को पार करते हुए दिखाई देता है, भले ही इंडोनेशियाई जल उनके प्राकृतिक प्रवास पथ का हिस्सा नहीं है.’ हम्पबैक व्हेल का एक झुंड, करीमुंजवा के सागर को पार कर रहा था. हम्पबैक व्हेल आमतौर पर जो ऑस्ट्रेलियाई जल में पाए जाते हैं वो प्रजनन के लिए हर साल उत्तर की तरफ 10,000 किमी तक पलायन करते हैं. इंडोनेशियाई पानी हम्पबैक व्हेल माइग्रेशन पथ का हिस्सा नहीं है, लेकिन पिछले साल इन्हें वहां देखा गया था.
ओएनजीसी ने भी एक स्टेटमेंट के जरिए एक अखबार को बताया कि ये वीडियो बॉम्बे हाई का नहीं हो सकता, क्योंकि वहां पर फोन कैमरा ले जाना वर्जित है. बॉम्बे हाई, मुंबई शहर से दूर समुद्र का वो हिस्सा है जहां पर खनिज तेल का उत्खनन होता है.
निष्कर्ष
इस तरह पड़ताल से साफ है कि व्हेल्स का यह वीडियो जिसे बॉम्बे हाई का बताकर शेयर किया जा रहा है, वह वीडियो अरब सागर का नहीं, बल्कि इंडोनेशिया का है और कोरोना वायरस के फैलने के बहुत पहले का है.