बढ़े हुए पित्त दोष को शांत करें

आयुर्वेद मानता है कि पेट की गर्मी बढ़ने से बाल जल्दी सफेद हो जाते हैं इसलिए अपने आहार में मीठे-कड़वे और कसैले स्वाद को शामिल करें। इसके लिए आप घी में खाना पकाएं, पत्तेदार साग का सेवन करें और सौंफ या शतावरी आदि का नियमित सेवन करें।
इन जोरदार तेलों से सिर की मालिश करें

शिरो अभ्यंग, जिसे आमतौर पर हेड मसाज कहा जाता है, कई प्रकार की जड़ी बूटियों को मिलाकर तैयार तेल से किया जाता है। आप इसे नीली भृंगड़ी तैलम (NeeliBhringadi tailam) या भृंगराज तैलम (Bhringaraj tailam) जैसे ऑयल से कर सकते हैं। यह एक ही समय में आपको रिलेक्स भी करेगा और बालों की जड़ों को उत्तेजित भी कर देगा।
अणु तेल को नाक में डालें

नाक में तेल डालने के लिए आप अणु तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह तेल आपको किसी भी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध हो जाएगा। इसे कई प्रकार की जड़ी-बूटियों को मिलाकर तैयार किया जाता है। इस तेल की दो बूंद प्रत्येक नाक में खाली पेट डालनी है। इसे रोज प्रयोग करना है।
अपने स्कैल्प पर हर्बल लेप लगाएं

यह एक हर्बल उपचार है, जिसमें स्कैल्प पर आंवला, नीम, नारियल, शिकाकाई आदि से बना पेस्ट लगाया जाता है। इस पेस्ट को कम से कम 45 मिनट तक रखा जाता है। सबसे पहले सिर और चेहरे पर मालिश की जाती है, उसके बाद फिर स्कैल्प पर हर्बल पेस्ट लगाया जाता है। इससे शरीर में बढ़ा पित्त दोष शांत होता है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग करें

इन सब उपचारों के अलावा आप चाहें तो किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेकर जड़ी-बूटियों का भी सेवन कर सकते हैं। यह आपके हार्मोन्स को बैलेंस कर सकती हैं, जिससे हेयर लॉस और असमय सफेद बाल रुक सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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