मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश में बंद कोविड अस्पताल फिर खोले जाएंगे. साथ ही जांच के लिए चार नए लैब खोलने की अनुमति भी दी गई है. इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों को भी कोरोना मरीजों के लिए बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं.
अस्पतालों की मनमानी पर दिया बड़ा बयान
वहीं प्रदेश में कोरोना से बढ़ते मौतों के आंकड़ों को लेकर मंत्री ने प्राइवेट अस्पतालों पर मनमानी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में पेशेंट जब गंभीर हो जाते हैं तब उन्हें रेफर कर दिया जाता है. स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की कि अपना इलाज सरकारी अस्पतालों में ही करायें. मंत्री ने छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा बताया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी प्रदेश में बड़ी संख्या में लोग आधार कार्ड बनवा रहे है जिसमें भीड़ हो रही है. लोगों से अपील है कि कार्ड बाद में बन जाएंगे भीड़ बढ़ने से संक्रमण का खतरा है. अभी सबसे ज्यादा दुर्ग जिले में पॉजिटिविटी रेट है जहां पर अभी 28 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट दर्ज हुआ है जो चिंता का विषय है.ये भी पढ़ें: निकिता तोमर हत्याकांड: फैसले से खुश नहीं हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज, बोले- मांगेंगे फांसी की सजा
गुरुवार को मिले थे 2 हजार से ज्यादा मरीज
छत्तीसगढ़ में गुरुवार को 2,419 नए लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी. राज्य में इस वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 3,32,113 हो गई थी. राज्य में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमित 14 मरीजों की मौत हुई है. रायपुर जिले से 550, दुर्ग से 913, राजनांदगांव से 163, बालोद से 60, बेमेतरा से 116, कबीरधाम से 18, धमतरी से 41, बलौदाबाजार से 24, महासमुंद से 45, गरियाबंद से 27, बिलासपुर से 114, रायगढ़ से 26, कोरबा से 53, जांजगीर-चांपा से 11, मुंगेली से सात, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही से चार, सरगुजा से 64, कोरिया से 44, सूरजपुर से 33, बलरामपुर से सात, जशपुर से 38, बस्तर से 25, कोंडागांव से 13, दंतेवाड़ा से दो, सुकमा से चार, कांकेर से 14 और बीजापुर से तीन मामले सामने आए थे.