आज, 25 जून, भारतीय और विश्व इतिहास के कई महत्वपूर्ण पड़ावों का गवाह रहा है। यह दिन जहां एक ओर भारत के लोकतंत्र के लिए एक विवादास्पद अध्याय से जुड़ा है, वहीं दूसरी ओर इसने एक वैश्विक संगीत आइकन को भी खोया है।
1975: जब भारत में लगा आपातकाल
भारतीय इतिहास में 25 जून, 1975 का दिन एक काला अध्याय माना जाता है। इसी दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी। यह घोषणा आधी रात को की गई थी और इसके साथ ही नागरिक स्वतंत्रताओं को निलंबित कर दिया गया, प्रेस पर सेंसरशिप लगा दी गई और हजारों राजनीतिक विरोधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। यह दौर 21 महीनों तक चला और भारतीय लोकतंत्र पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा।
2009: पॉप किंग माइकल जैक्सन का निधन
संगीत और नृत्य की दुनिया को हमेशा के लिए बदलने वाले, और दुनियाभर में करोड़ों लोगों के चहेते माइकल जैक्सन का निधन भी 25 जून, 2009 को हुआ था। “पॉप के किंग” के रूप में जाने जाने वाले जैक्सन ने अपने संगीत, अद्वितीय नृत्य शैली और शानदार स्टेज प्रदर्शन से वैश्विक दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। उनकी मृत्यु ने संगीत जगत को गहरा सदमा पहुंचाया था और आज भी उन्हें उनके अतुलनीय योगदान के लिए याद किया जाता है।
2005: महमूद अहमदीनेजाद बने ईरान के राष्ट्रपति
25 जून, 2005 को ईरान की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया, जब अति कट्टरपंथी माने जाने वाले महमूद अहमदीनेजाद ने देश के राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल की। उनकी जीत ने ईरान की घरेलू और विदेश नीति पर गहरा प्रभाव डाला और उनके कार्यकाल के दौरान ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तनाव में वृद्धि देखी गई।
1529: मुगल शासक बाबर की बंगाल विजय
भारतीय इतिहास में मुगल शासक बाबर के लिए भी 25 जून, 1529 का दिन महत्वपूर्ण था। इसी दिन बाबर ने बंगाल पर विजय प्राप्त की और अपनी राजधानी आगरा लौट आया। यह उसकी लगातार सफलताओं में से एक थी जिसने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव को और मजबूत किया।
ये घटनाएँ दर्शाती हैं कि 25 जून का दिन ऐतिहासिक रूप से कितना विविध और महत्वपूर्ण रहा है, जिसने विभिन्न संस्कृतियों और समय कालों पर अपनी छाप छोड़ी है।