उमरिया – जिले के पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली घुनघुटी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम बड़वाही मे पड़ोसी ने देर रात ऐसी वारदात को अंजाम दिया जिसे देखकर लोगों की रूह कांप गई। घुनघुटी पुलिस चौकी से मिली जानकारी के अनुसार शैलेन्द्र जायसवाल पिता बैजनाथ जायसवाल उम्र 37 वर्ष निवासी ग्राम बड़वाही अपने खलिहान में गेहूं, चना, अलसी और अरहर की फसल की गहाई कर रहे थे। तभी देर रात गहाई के दौरान हवा का रुख बदल गया और भूसा पड़ोसी के घर तक उड़ कर पहुंच गया जिस पर पड़ोसी ने आव देखा न ताव और उनके खलिहान में जाकर आग लगा दिया जिसकी वजह से सारा अनाज जलकर राख में तब्दील हो गया। वहीं शैलेन्द्र जायसवाल ने बताया कि मेरी जानकारी के अनुसार डेमन, अनीता, रमेश, महेश और अमन यह सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं और पड़ोसी भी हैं ये सभी मिलकर मेरे घर में पहुंचकर गली गलौज किये फिर खलिहान में आग लगा दिए है। फरियादी के अनुसार कुल मिलाकर 12 लाख 85 हजार 500 की कीमत का अनाज खलिहान में रखा हुआ था जो पूरा का पूरा जलकर नष्ट हो गया है। पाली थाना प्रभारी मदनलाल मराबी ने बताया कि फरियादी शैलेन्द्र जायसवाल की रिपोर्ट पर थाने में अपराध क्रमांक 269/24 धारा 294, 323, 435, 427, 34 आई पी सी के तहत डेमन, अनीता, रमेश, महेश, अमन के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया गया है जिसकी विवेचना की जा रही है।सुरेन्द्र त्रिपाठीउमरिया
शिव से मिले मोहन, मंत्रियों की हाजिरी
पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम के दरबार में दस्तक की होड़

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री chief minister मोहन यादव Mohan Yadav ने मंगलवार सुबह सीएम हाउस जाकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान shivaraj singh chouhan से मुलाकात की। मोहन और शिव के इस मिलन से पहले ही नहीं शिव के दर पर नए मंत्रियों की हाजिरी का क्रम शुरू हो गया था। शिवराज के अलावा दूसरा घर पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा narottam mishra का है, जहां मुलाकाती मंत्री जा रहे हैं।

शिवराज सिंह की जगह मुख्यमंत्री बने डॉ मोहन यादव ने सोमवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार कर 28 नए पुराने मंत्रियों को शामिल किया। शपथग्रहण के तुरंत बाद से पूर्व मुख्यमंत्री के वर्तमान निवास श्यामला हिल्स स्थित मुख्यमंत्री निवास में मंत्रियों की सौजन्य भेंट और शिवराज से आशीर्वाद लेने का सिलसिला शुरु हो गया। उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे कुंवर विजय शाह, एंदल सिंह कंसाना, पहली बार जीत कर मंत्री बनीं प्रतिमा बागरी ने शपथ ग्रहण करते ही शिव दरबार में उपस्थिति दर्ज कराई। मंगलवार को पहली कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शिवराज से मिलने पहुंचे। फिर तो तांता लग गया। मंत्री करण सिंह वर्मा, तुलसी सिलावट, धर्मेन्द्र लोधी भी शिवराज की शुभकामनाएं लेने पहुंचे। पहली बार मंत्री बने नागर सिंह चौहान, नारायण पंवार भी इनमें शामिल हैं।

उधर नरोत्तम मिश्रा भले ही चुनाव हार गए हो उनके घर पर भी नए मंत्रियों का आने का सिलसिला जारी। नरोत्तम से मिलने मंगलवार को उनके पुराने मित्र कैलाश विजयवर्गीय kailash vijayvargiya पहुंचे। इससे पहले तुलसी सिलावट, विश्वास सारंग, एंदल सिंह कंसाना, कुंवर विजय शाह ने भी नरोत्तम के घर पर हाजिरी बजाई।

डर से बचने के लिए प्लेन में खर्च कर दिए 15000 रुपए
बर्लिन। डर, फोबिया जैसे शब्द सुनने में छोटे लगते हैं, पर जो व्यक्ति इन सब से गुजर रहा हो उसके लिए ये बहुत खतरनाक होते हैं। ऐसा ही एक फोबिया है एनाफिलेकि्टक शॉक (Anaphylactic Shock)। जो एक एलर्जिक बीमारी (Anaphylactic Shock) है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जब किसी विशेष चीज के संपर्क में आता है तो ये उसके लिए बेहद ही डेंजर स्थिती पैदा कर देता है। हाल ही में जर्मनी में एक महिला ने अपने इस डर (Anaphylactic Shock) से बचने के लिए 15000 रुपए मूंगफली पर खर्च दिए।
ये मामला जर्मनी में फ्लाइट के अंदर का है। दरअसरल जर्मनी से लंदन की फ्लाइट में जा रही 27 साल की लेह बिलियम्स को एनाफिलेकि्टक शॉक(Anaphylactic Shock) बीमारी है। वो इस फोबिया से इस कद्र परेशान हैं की उन्हें एलर्जी वाली चीजों की खुशबू से ही चक्कर आने लगते हैं। उनके शरीर पर दाने और लाल चकत्ते पड़ने लगते हैं। ऐसे में जब भी वे किसी हवाई यात्रा पर जाती है। तो वे पहले ही फ्लाइट क्रू मेंबर्स से रिक्वेस्ट करती हैं,की मूंगफली खाने की चीजों में सर्व ना करें। पर इस बार फ्लाइट क्रू ने ऐसा करने से मना कर दिया।
सेहत के चलते उठाया ऐसा कदम

लेह बिलियम्स के पास कोई रास्ता नहीं बचा तो उन्होंने सारे मूंगफली के 48 पैकेट खरीद लिए, ताकि कोई और उसे फ्लाइट में ना खरीद पाएं। मूंगफली के पैकेट खुलते ही लेह को चक्कर आने लगते और ऐसे में हालत बेहद खराब हो जाते। लेह का ये आइडिया कई लोगों को बेवकूफी लगी। 15 हज़ार रुपए मूंगफली पर खर्च करना अमीरों की निशानी लगी। पर लेह के लिए ये निर्णय उनकी हेल्थ के लिए बहुत जरुरी था।
क्या है एनाफिलेकि्टक शॉक बीमारी
एनाफिलेकि्टक शॉक एक एलर्जिक प्रतिक्रिया है जो शरीर में कुछ कारणों से उत्पन्न होती है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जब किसी विशेष चीज के संपर्क में आते हैं अथवा किसी माध्यम से वह उससे शरीर में प्रवेश करती है। तो उसका शरीर अपनी रक्षा के लिए इम्यून तंत्र एंटीबॉडीज उत्पन्न करता है। ये एंटीबॉडीज शरीर के एलर्जी सेल्स पर वार करती हैं। जिससे हिस्टामिन रसायन उत्पन्न करता हैं जो एलर्जिक लक्षण बनते हैं। इसी का नाम है, एनाफिलेकि्टक शॉक जिसमें पीड़ित को सांस लेने के तकलीफ भी होने लगती है।
चेक बाउंस केस: राजपाल यादव को दिल्ली हाई कोर्ट से राहत, मेलबर्न फिल्म फेस्टिवल में हो पाएंगे शामिल
नई दिल्ली: अभिनेता राजपाल यादव को चेक बाउंस से जुड़े एक मामले में दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उन्हें कुछ शर्तों के साथ ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने की इजाजत दे दी है। राजपाल यादव अपनी आगामी फिल्म ‘मेरा काले रंग दा यार’ का प्रमोशन करने के लिए इस फेस्टिवल में जाएंगे।
यह मामला 2010 का है, जब राजपाल यादव ने बतौर निर्देशक अपनी फिल्म ‘अता-पता लापता’ के लिए 5 करोड़ रुपये का लोन लिया था। हालांकि, वह इस रकम को समय पर लौटा नहीं पाए थे, जिसके परिणामस्वरूप चेक बाउंस से संबंधित सात अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई थीं। इस मामले के चलते राजपाल यादव को कानूनी पेचीदगियों का सामना करना पड़ रहा था, और उन्हें विदेश यात्रा के लिए अदालती अनुमति की आवश्यकता थी।
दिल्ली हाई कोर्ट के इस फैसले से राजपाल यादव को अपनी प्रोफेशनल प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का मौका मिलेगा, खासकर ऐसे समय में जब उनकी नई फिल्म रिलीज होने वाली है। यह उनके करियर के लिए एक सकारात्मक कदम है, क्योंकि उन्हें अपनी फिल्म को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रमोट करने का अवसर मिलेगा। हालांकि, कोर्ट द्वारा लगाई गई शर्तों का पालन करना उनके लिए अनिवार्य होगा।
इतिहास रचने को तैयार भारतीय वायुसेना के शुभांशु शुक्ला, Axiom-4 मिशन पर आज जाएंगे अंतरिक्ष!
केप कैनावेरल, फ्लोरिडा: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वह आज अमेरिका के NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर से Axiom-4 (Ax-4) मिशन पर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगे। यह मिशन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि इसमें पहली बार कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री किसी निजी अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा बन रहा है।
यह मिशन NASA, SpaceX और Axiom Space के सहयोग से संचालित किया जा रहा है, जो वाणिज्यिक अंतरिक्ष यात्रा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मिशन में भारत के साथ-साथ हंगरी और पोलैंड के अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इस महत्वपूर्ण मिशन में पायलट की भूमिका निभाएंगे, जो उनकी असाधारण योग्यता और अनुभव को दर्शाता है।
ज्ञात हो कि यह मिशन पहले कई बार तकनीकी कारणों से टल चुका था, लेकिन अब सभी बाधाएं दूर हो गई हैं और आज इसकी लॉन्चिंग की उम्मीद है। शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष में जाने से भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ेगा और यह देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। यह मिशन न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निजी क्षेत्र की भागीदारी के बढ़ते महत्व को भी दर्शाता है।
युद्धविराम के बाद ईरान-इराक ने खोले एयरस्पेस, इजराइल में भी प्रतिबंध हटे
तेहरान/यरुशलम: इजराइल और एक अज्ञात प्रतिद्वंद्वी के बीच चल रही कथित शत्रुता के विराम के बाद, ईरान और इराक ने अपने हवाई क्षेत्र को फिर से खोल दिया है, जिससे सामान्य हवाई यातायात बहाल हो रहा है। यह घटनाक्रम क्षेत्र में तनाव कम होने का संकेत देता है।
फ्लाइट-ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24 के अनुसार, अब तेहरान से आने-जाने वाली उड़ानों को विशेष अनुमति के साथ फिर से संचालित करने की इजाजत दे दी गई है। कुछ समय पहले ईरान और इराक ने सुरक्षा चिंताओं के चलते अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया था, जिससे हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई थी।
दूसरी ओर, इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने भी सभी तरह के प्रतिबंध हटा लिए हैं। अब सार्वजनिक स्थान, स्कूल और कार्यालय सामान्य रूप से काम कर सकेंगे, जिन पर पहले सुरक्षा कारणों से पाबंदियां लगाई गई थीं। यह कदम इजरायल में सामान्य जनजीवन की बहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस घटनाक्रम से संकेत मिलता है कि क्षेत्रीय तनाव में कमी आई है और राजनयिक प्रयास रंग ला रहे हैं, जिससे मध्य पूर्व में स्थिरता की उम्मीद बढ़ी है। हवाई क्षेत्र का खुलना और इजराइल में प्रतिबंधों का हटना, दोनों ही इस बात का प्रमाण हैं कि मौजूदा गतिरोध को सफलतापूर्वक हल कर लिया गया है।
एमपी मौसम अपडेट: 20 से अधिक जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, अगले 24 घंटे में गिरेगा साढ़े 4 इंच तक पानी!
छतरपुर, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज (बुधवार, 25 जून 2025) प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 घंटों के भीतर साढ़े 4 इंच (लगभग 114 मिमी) तक बारिश होने की संभावना है।
जिन जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, उनमें प्रमुख रूप से ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, शाजापुर, रायसेन, देवास, धार, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर शामिल हैं।मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है।
भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव, यातायात में बाधा और सामान्य जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है। किसानों को भी अपनी फसलों को लेकर सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।वर्तमान मौसमी गतिविधियों को देखते हुए, अगले कुछ दिनों तक मध्य प्रदेश में मानसून का प्रभाव जारी रहने की उम्मीद है, जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में शर्मनाक हार: 5 शतक लगाने के बाद भी टीम इंडिया मैच हारी!
एक ऐसा रिकॉर्ड जो कोई टीम बनाना नहीं चाहेगी – क्रिकेट के 100 साल से भी अधिक के टेस्ट इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी टीम ने मैच में पांच शतक लगाने के बावजूद हार का सामना किया हो। यह बदनुमा दाग टीम इंडिया के माथे पर लग गया है, जिसने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों को सकते में डाल दिया है।
यह अविश्वसनीय हार तब और भी चौंकाने वाली हो जाती है जब भारतीय टीम पहली पारी में मजबूत स्थिति में थी। मैच की पहली पारी में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने शानदार शतक जड़कर टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाया। आमतौर पर, ऐसे बड़े स्कोर के बाद मैच में पकड़ मजबूत हो जाती है और जीत की राह आसान दिखती है।
लेकिन, दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाजों का जलवा बरकरार रहा। केएल राहुल और एक बार फिर ऋषभ पंत (दूसरा शतक) ने शतकीय पारियां खेलकर टीम को और मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। किसी भी टीम के लिए पांच शतक जड़ना एक असाधारण उपलब्धि होती है और यह अक्सर जीत की गारंटी मानी जाती है।
इसके बावजूद, भारतीय टीम का इस तरह से मैच हार जाना क्रिकेट जगत में कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। यह हार केवल बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर नहीं, बल्कि टीम की समग्र रणनीति, गेंदबाजों के प्रदर्शन और कप्तान के फैसलों पर भी संदेह पैदा करती है। एक मजबूत स्थिति से मैच गंवाने का यह परिणाम निश्चित रूप से टीम प्रबंधन और खिलाड़ियों के लिए आत्मचिंतन का विषय होगा। यह हार भारतीय क्रिकेट के लिए एक कड़वी याद बनकर रह जाएगी।