ग्वालियर जिले की डबरा तहसील के ग्राम सेंकरा व खेड़ीरायमल में पानी के बीच फंसे लगभग 125 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जिले के विभिन्न ग्रामों से कुल मिलाकर अब तक लगभग 525 लोगों को जिला प्रशासन व जनपद पंचायतों की टीमों द्वारा एसडीआरएफ के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया है। इन सभी लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में आश्रय दिलाया गया है।
जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविरों में खाद्य पदार्थों व दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अतिवृष्टि से प्रभावित जिले के ग्रामों में संयुक्त टीमें लगातार भ्रमण कर लोगों की मदद कर रही हैं। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने बताया कि डबरा तहसील के ग्राम सेंकरा में चारों ओर से हुए जल भराव में फंसे लोगों को निकालने के लिये राज्य शासन के माध्यम से हैदराबाद से एनडीआरएफ का दल विशेष विमान से ग्वालियर रवाना हुआ था। साथ ही हैलीकॉप्टर भी बुलाए गए थे। लेकिन स्थानीय स्तर पर ही जिला प्रशासन व जनपद पंचायत के संयुक्त दलों ने कड़ी मेहनत व सूझबूझ के साथ एसडीआरएफ के सहयोग से ग्राम सेंकरा व खेड़ीरायमल में पानी के बीच फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। इसलिए हैदराबाद से आ रहे दल के सहयोग की जरूरत नहीं पड़ी। जिले में अतिवृष्टि से निर्मित हुई जल भराव की स्थिति से प्रभावित गाँवों व शहरी क्षेत्र में सेना की भी मदद ली जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा पत्र के जरिए सहायता मांगे जाने पर थल सेना भी बचाव कार्य में मदद कर रही है। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने बताया कि आर्मी कैन्ट मुरार की दो बड़ी टीमें बचाव कार्य में सहयोग के लिये आ गई हैं। एक टीम मुरार क्षेत्र में और दूसरी टीम डबरा क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग करने में जुटी हैं।
एनडीआरएफ की टीमें भी ग्वालियर जिले में बचाव कार्य में सहयोग के लिये पहुँच चुकी हैं। इससे पहले कलेक्टर श्रीमती चौहान के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार गुरुवार को दिन भर जिले के जल भराव वाले गाँवों के भ्रमण पर रहे। उन्होंने क्षेत्रीय एसडीएम, जनपद पंचायतों के सीईओ, विद्युत वितरण कंपनी व खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न ग्रामों में सफलतापूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिलाया। साथ ही क्षेत्रीय ग्राम पंचायतों के सहयोग से राहत शिविरों में भोजन के पैकेट भी वितरित करवाए। उन्होंने अपनी मौजूदगी में ग्राम लिधौरा और मिलघन में लोगों को संयुक्त टीमों के सहयोग से सुरिक्षत रूप से बाहर निकलवाया।
जिला प्रशासन, जनपद पंचायत व अन्य विभागों की संयुक्त टीमों ने एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रबंधन दल) ने आदिवासी का पुरा उटीला से 15 लोगों, सासन भितरवार से 38, नंदों का डेरा डबरा से 70, खेड़ीरायमल व सेंकरा डबरा से लगभग 140, गुरुनानकनगर डबरा से लगभग 135 व ग्राम इकहरा तहसील तानसेन से लगभग 50 लोगों को सुरक्षित रूप से पानी से बाहर निकालकर राहत कैम्पों में पहुँचाया गया है। इसके अलावा ग्राम मिलघन व लिधौरा से भी लगभग 40 लोगों का सफल रेस्क्यू किया गया है। जिला प्रशासन की टीमें अभी भी प्रभावित गाँवों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में पहुँचकर राहत व बचाव कार्यों का जायजा लिया। बता दें पिछले दो दिनों से लगातार जारी बरसात से तिघरा, रमौआ, ककैटो, अपर ककैटो, पहसारी व हरसी सहित ग्वालियर जिले के सभी प्रमुख बांध पानी से लबालब हो गए हैं। साथ ही सभी डैमों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने इन बांधों के कमाण्ड क्षेत्र व डाउन स्ट्रीम (निचले क्षेत्र) में बसे गाँवों के निवासियों से सावधान रहने की अपील की है।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा है कि मौसम विभाग द्वारा आगे भी भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसलिए समस्त जिलेवासी पूरी सावधानी बरतें। उन्होंने अपील की है कि यदि उनके घर की दीवारें व छत कमजोर हो तो वे जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित किए गए शासकीय भवनों में आश्रय ले लें या फिर अपने रिश्तेदारों के घर चले जाएँ। ज्ञात हो जिले में गुरुवार की सुबह तक लगभग 1008 एमएम बारिश हो चुकी थी, जो पिछले साल से 463.8 एमएम अधिक है। पिछले साल इस अवधि में 544 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। जानकारी के अनुसार
ग्वालियर जिले में पिछले दिनों से लगातार जारी भारी बारिश की वजह से निर्मित हुई स्थितियों से जिले में चार लोगों की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं के पालन में जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही मृतकों के परिजनों को 4 – 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के घाटीगाँव के अंतर्गत पाटई नाला में एक व्यक्ति के तेज बहाव में बह जाने की सूचना जिला प्रशासन को मिली है। इसके अलावा जखारा ग्राम में कच्चा मकान गिरने से श्रीमती उमा बघेल, ग्राम सेंथरी में कच्चा मकान गिरने से मुकेश बघेल व ग्राम कोसा में कच्चे मकान के गिरने से अमन पुत्र धर्मेन्द्र रावत की मृत्यु हुई है।