- ABVP ने डी राजा की बेटी पर हिंसा में शामिल होने का लगाया है आरोप
- एनी राजा ने एबीवीपी के आरोपों को किया खारिज, कहा-पुलिस को सबूत दें
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आरोप लगाया है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 5 जनवरी को हुए हमले में वामपंथी छात्र संगठनों का हाथ है. एबीपीवी ने सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये आरोप लगाए. उसने दावा किया कि यह हमला पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा था. एबीवीपी ने अपने दावों की पुष्टि के लिए 8 वीडियो भी जारी किए और मांग की कि इस मामले की जांच हो.
एबीवीपी दिल्ली के सचिव सिद्धार्थ यादव ने कहा कि एक वीडियो में भाकपा नेता डी राजा की बेटी अपराजिता को भी हाथ में डंडा लेकर घूमते देखा जा सकता है. वहीं भाकपा की नेता और अपराजिता की मां एनी राजा ने एबीवीपी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि जेएनयू हिंसा से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए एबीवीपी झूठ फैला रही है.
ये भी पढ़ें: JNU जाने के बाद ब्रैंड दीपिका पर कैसा पड़ेगा असर? एक्सपर्ट्स ने बताया
सिद्धार्थ यादव ने कहा कि इन वीडियो में वामपंथी कार्यकर्ताओं और छात्रों को चेहरे पर मफलर बांधे, डंडा, रॉड और अन्य मटीरियल इकट्ठा करते हुए देखा जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष और पूर्व संयुक्त सचिव अमुथा जयदीप को डंडे के साथ पेरियार हॉस्टल में प्रवेश करते वीडियो में देखा गया था.
ये भी पढ़ें: आजतक के स्टिंग में फंसे JNU छात्र पुलिस के सामने नहीं हुए हाजिर, मोबाइल भी बंद
सिद्धार्थ यादव ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस पहले ही दिखा चुकी है कि हमलावर वामपंथी गुटों से थे. हमने वामपंथी, कम्युनिस्टों को बेनकाब किया है, जिन्होंने इस हमले की पूर्व योजना बनाई थी. मैं यहां एक प्रमुख नाम लेना चाहता हूं और वह है सीपीआई नेता डी राजा की बेटी अपराजिता का. एक वीडियो में, हमने उन्हें हमलावरों के हाथ में स्टिक के साथ चलते हुए पाया है और कुछ ही कदमों के बाद उनके हाथ से स्टिक नीचे गिर गई.’
एबीवीपी के आरोपों को किया खारिज
एनी राजा ने एबीवीपी के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा, “अगर उनके पास किसी के खिलाफ कोई सबूत है, तो उन्हें दिल्ली पुलिस के सामने पेश करना चाहिए. वे जेएनयू कैंपस में अपने (एबीवीपी) सामूहिक हमले के अपराधों से ध्यान हटाने के लिए झूठ फैला रहे हैं. अभी भी कन्हैया कुमार के खिलाफ कोई सबूत नहीं जुटा पाए हैं? ”
एनी राजा ने कहा, “हम उस समय एक मार्च में शामिल थे और हम चल रहे थे. जब पथराव होने लगा तो मैंने और अपराजिता (राजा) ने देखा कि छात्र डर गए थे और भागने लगे थे. छात्रों में से एक ने आत्मरक्षा में एक छड़ी उठाई थी और मैंने उससे छड़ी छीन ली और उसे फेंक दिया.
(PTI के इनपुट के साथ)