दमोह –दमोह की सामाजिक संस्था आधारशिला संस्था न द्वारा संचालित मिशन अस्पताल पर बीते सोमवार को मिशन अस्पताल के दो सुरक्षा कर्मियों के साथ सुरक्षा विभाग इंचार्ज अंबर मिश्रा जो खुद भी मिशन अस्पताल में कार्यरत ने नाराज होकर पुलिस कोतवाली पहुँचकर अस्पताल प्रबंधन पर धर्मान्तरण के आरोप लगाए थे जिसमें पुलिस ने दो लोगों पर मामला दर्ज भी किया है जिसके बाद मंगलवार को मिशन अस्पताल में वर्षों से हिंदू समाज के कार्यरत डॉ और स्टाप के लोगों ने कलेक्टर और एसपी को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया है कि जो आरोप मिशन अस्पताल प्रबंधक पर लगाये गए है धर्मांतरण के बे बुनियाद और झूठे है जिन लोगों ने यह शिकायत की है वे भी वर्षो से वहीं कार्यरत है। अंबर मिश्रा, पूर्व इंचार्ज सुरक्षा विभाग द्वारा मिशन अस्पताल के प्रबंधक अभिजीत लाल एवं संजीव लैम्बर्ट के विरूद्ध हिन्दू संगठनों से मिलकर झूठी निराधार एवं बेबुनियाद शिकायत दर्ज कराई गई। जबकि खुद पूर्व सुरक्षा प्रभारी अम्बपर मिश्रा की पत्नि भी यहां पर कार्यरत है उसके बाद भी यह कदम उठाया गया। मिशन अस्पताल के समस्त हिंदू स्टाफ और डॉक्टर सहित नर्स स्टाप के अलावा अन्य कर्मचारियों ने दमोह एसपी को सारी सच्चाई से अवगत कराया एसपी को दिए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है हम समस्त कर्मचारी गण, मिशन अस्पताल दमोह में हम कर्मचारियों के साथ-साथ अम्बर मिश्रा भी विंगत अनेक वर्षों से मिशन अस्पताल, दमोह में कार्य कर रहे हैं। यह कि संस्था के नियमों तथा मरीजों की सुरक्षा में हो रही कमियों/गड़बड़ियोंके बारे में जब प्रबंधन के द्वारा अंबर मिश्रा को हिदायत दी गई उसके बावजूद वे अपने मन-माने तरीके से संस्था में कार्य करना चाह रहे थे; जिसका संस्था के संपूर्ण कर्मचारियों पर गलत असर प्रभाव पड़ रहा था। उन्हें अपने कार्य में जब सुधार लाने के लिए निर्देशित किया गया तब उन्होंने यह कदम उठाया और01/06/2024 को अपना हस्ताक्षर युक्त त्याग-पत्र संस्था प्रबंधन कार्यालय में दिया। जिसे प्रबंधन द्वारा स्वीकार कर लिया गया। इसके बावजूद जबकि उनकी पत्नी श्रीमती प्रियंका मिश्रा आज भी मिशन अस्पताल, दमोह में मेडिकल रिकार्ड डिपार्टमेंट इंचार्ज के पद पर अपनी सेवाएं दे रहीं हैं। अगर किसी तरह की समस्या होती तो ऐसी स्थिति में उनका मिशन अस्पताल, दमोह में कार्य करना सम्भव नहीं होता व शिकायत की जानी थी तो इनते दिनों तक क्या करते रहे। शिकायतकर्ता पूर्व से ही हिन्दू संगठनों से जुड़ा है। यह कि आधारशिला संस्थान, दमोह/मिशन अस्पताल, दमोह पर पूर्व में भीधर्म परिवर्तन के बेबुनियाद, निराधार एवं झूठे आरोप लगाए गए हैं। हम समस्त कर्मचारी जो गैर-मसीही हैं, वह अनेक वर्षों से मिशन अस्पताल दमोह में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हमें कभी भी किसी तरह से कोई धर्म परिवर्तन सम्बधित न तो बात कही गई है, न किसी प्रकार प्रलोभन देकर किसी तरह का दबाव डाला गया है। प्रबंधन के खिलाफ गुस्से में मंनगणित झूठी शिकायत पुलिस कोतवाली में हिन्दू संगठनों को साथ लेकर की साथ ही संचालक का पुतला दहन किया जिससे समस्त अस्पताल के कर्मचारी अधिकारी आहत है । जबकी जो आरोप अंबर मिश्रा और उनके साथियों ने लगाए आरोप बे बुनियाद एकदम झूठे है हम लोग खुद भी 20 से 30 वर्षो से अस्पुताल में कार्य कर रहे हैं इसके हम खुद साक्षी हैं । वहीं दमोह एसपी ने ज्ञापन लेकर उचित जांच कराने की बात कही साथ ही कहा कि अस्पताल की ओर से आप लोग भी अपने बयान दर्ज करा सकते हैं।