छतरपुर… देश के जाने माने कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री हिंदुओं को एक करने ओर जात, पात ऊच नीचे खत्म के उद्देश्य से एक पैदल यात्रा निकालने बाले है,जो बागेश्वर धाम से ओरछा के राजा राम मंदिर तक 160 किलोमीटर की यात्रा होगी,यात्रा के पीछे का उद्देश्य बाबा ने बताया जातिवाद को खत्म कर कट्टर हिन्दू बनाना है,तो वही बाबा बागेश्वर ने आज एक निजी होटल में प्रेसवार्ता के दौरान अपनी पदयात्र की पूरी जानकारी देते कई मुद्दों पर बात कर सवालों के जबाब दिए है,बाबा ने बताया पदयात्रा का उद्देश्यसोए हुए हिंदू को जगाना है, जात-पाँत को मिटाना है।हमारा उद्देश्य भारत को भव्य बनाना है।
अगर अभी भी हिंदू नहीं जागा तो कब जागेगा ?
इस देश में सबसे बड़ा जहर, सबसे बड़ी दीमक और सबसे बड़ा जो कुष्ठ रोग लगा है उसका नाम है जात- पाँत । और इसकी आवाज़ उठाने के लिए अब हम गांव-गांव पैदल जाएंगे और हिंदुओं को एक करेंगे। हमारा हिंदू राष्ट्र का ध्येय भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए है। भारत सबका है आज़ादी की लड़ाई में सबके पूर्वजों ने अपने प्राणों को न्योछावर किया, लेकिन हिंदुत्व का मतलब है जीवन जीने की व्यवस्था। ‘हिंदू’ का मतलब मज़हबी लड़ाई नहीं, हिंदू का मतलब समानता है। ‘हिंदू-हिंदू’ कहकर, ‘हिंदू-राष्ट्र’ कहकर बहुत तालियां बज गईं, पोस्ट बहुत डल गईं, न्यूज बहुत चल गईं; पर हवाई जहाज़, चार्टर्ड और ट्रेनों में चलने से धर्म बच नहीं पायेगा; हिंदू जाग नहीं पायेगा । हम गांव-गांव जाएंगे, पिछड़े लोगों को गले लगाएंगे और भारत से जात-पाँत को मिटाएंगे