Published By Garima Singh | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:

योग करने के फायदों के बारे में हम सभी ने सुन और पढ़ रखा है। हममें से अधिकतर लोग अपनी फिटनेस और हेल्थ को ध्यान में रखते हुए, जब भी वक्त मिलता है तब योगासन जरूर करते हैं। लेकिन आज हम यहां उन दो योगासनों के बारे में बात करेंगे जो हमारे चेहरे की स्किन को यूथफुल रखने में मदद करते हैं। इन आसनों के नाम है शशकासन और हस्पादासन।
शशकासन
शशकासन को शशांक आसन भी कहते हैं। इस योग मुद्रा के दौरान शरीर खरगोश के समान आकृति में आ जाता है इसलिए इसे शशकासन कहते हैं। संस्कृत भाषा में खरगोश को शशक: कहा जाता है, इसी आधार पर इस आसन का नाम शशकासन पड़ा।
कैसे करते हैं?
शशकासन करने के लिए सबसे पहले आप पालथी लगाकर बैठ जाए। जिसे चौकड़ी लगाना भी कहते हैं और योग की दुनिया में इसे पद्मासन कहते हैं।
-अब अपने घुटनों को थोड़ा-सा लूज छोड़ें और दोनों हाथों को फैलाते हुए ऊपर की तरफ ले जाएं।
– इस दौरान आपकी रीढ़ की हड्डी यानी बैक बोन सीधी होनी चाहिए। ऊपर की तरफ हाथ ले जाते हुए सांस अंदर भरें।
– अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को आगे की तरफ लाएं। इस दौरान आपकी चिन यानी ठोड़ी फर्श पर टिकाने का प्रयास करें।
– ध्यान रखें कि जरूरी नहीं हर आसन आप पहली ही बार में पर्फेक्ट पोश्चर में कर पाएं। जैसे-जैसे मसल्स रिलैक्स और लूज होती रहेंगी आपके पोज बेहतर होते रहेंगे। आप इस आसन को एक वक्त में 4 से 5 बार कर सकते हैं।
ऐसे बढ़ता है चेहरे का ग्लो
अब तक तो हमने शशकासन करने के तरीके की बात की अब बात करते हैं कि ये आपके स्किन का ग्लो कैसे बढ़ाता है। दरअसल, जब हम इस आसन को करते समय पूरी तरह शशक के पोश्चर में आ जाते हैं तो हमारे चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव होता है, चेहरे पर प्रेशर पड़ता है। इस दौरान फेस मसल्स की एक्सर्साइज होती है और इनमें ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जिससे स्किन ग्लोइंग बनती है।

शशकासन करने के अलग-अलग तरीके
हस्तपादासन
इस आसन का नाम भी हस्तपादासन इसके पोश्चर के कारण पड़ा है। दरअसल, संस्कृत भाषा में हाथों को हस्त और पैरों को पाद कहा जाता है। इस आसन के समय हम अपने हाथों से पैरों की पिंडलियों को पकड़ते हैं। इसलिए इसका नाम हस्तपादासन पड़ा।
हस्पादासन करने की विधि
-योग मैट्रेस या किसी दरी को फ्लोर पर बिछाकर उस पर सीधे खड़े हो जाएं और पहने दोनों पैरों को आपस में मिला लें।
– अब दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाते हुए सांस अंदर भरें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए कमर को आगे की तरफ बैंड करें और अपने हाथों से पैरों के निचले हिस्से को पकड़ने का प्रयास करें।
– इस स्थिति में जितनी देर रह सकते हैं रहें। आप इस प्रक्रिया को 5 से 6 बार दोहरा सकते हैं।
इस तरह बढ़ता है ग्लो
शशकासन के दौरान हमारी नेक और फेस की मसल्स पीछे की तरफ खींचती हैं और इस दौरान उन पर दबाव पड़ता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जबकि हस्तपादासन करते समय ब्लड का सर्कुलेशन हमारे चेहरे की तरफ खुद-ब-खुद बढ़ जाता है। इससे स्किन ग्लोइंग और यूथफुल बनती है।
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