- चुनाव परिणाम आने के बाद हुआ था विवाद, कांग्रेसी समर्थक माने जाने वाले अपराधी ने किया था हमला
- फारून राइन ने तलवार से भाजपा कार्यकर्ता की काट दी थी हथेली
भोपाल। मध्य प्रदेश में अपराधियों की कमर तोड़ने की कार्रवाई जारी है। नगर निगम ने एक अपराधी का अवैध मकान बुलडोजर से गिरा दिया है। डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद बुलडोजर चलने की यह पहली कार्रवाई है। इस कार्रवाई को भोपाल में ही अंजाम दिया गया है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलडोजर प्रथा की शुरुआत की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपराधियों पर लगाम कसने के लिए इसे शुरू किया था। अब मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी बुलडोजर प्रथा जारी रहने की पूरी गारंटी नजर आ रही है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले राजधानी भोपाल में आरोपी फारुख राइन नामक कथित कांग्रेसी नेता ने भाजपा कार्यकर्ता देवेंद्र ठाकुर पर जानलेवा हमला कर दिया था। उसने तलवार से देवेंद्र ठाकुर की हथेली काट दी थी। इसके बाद राजधानी पुलिस ने आरोपी फारुख राईन को गिरफ्तार कर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया था। तब यह चर्चा जोरों पर चली थी कि आरोपी फारुख भोपाल मध्य सीट से विधायक आरिफ मसूद के लिए काम करता था, जबकि देवेंद्र भाजपा का नेता है, चुनाव के दौरान ही दोनों में रंजिश चल रही थी। कांग्रेस प्रत्याशी आरिफ मसूद के चुनाव जीतने के बाद फारुख ने देवेंद्र पर हमला बोल दिया था। गौरतलब है कि नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बीते दिन ही मध्य प्रदेश के 19वे मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। इसके दूसरे ही भोपाल में बुलडोजर चल गया। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार आरोपी ने अतिक्रमण करके घर तैयार किया गया था। नगर निगम के नियमों का भी उल्लंघन किया गया था, उसके घर में बुलडोजर इसलिए चलाया गया है।
एक्शन मोड में दिखे मोहन यादव
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कल कार्यभार संभालते ही धार्मिक स्थलों व सार्वजनिक स्थलों पर लाउड स्पीकर की आवाज कम करने और खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने संबंधी आदेश जारी किया था। आज मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में सभी विभागों के अधिकारियों से बैठक ली। इसी दौरान डीजीपी से देवेंद्र मामले पर कार्रवाई की जानकारी ली। नगर निगम के अफसरों से भी उन्होंने जानकारी मांगी। इसके तत्काल बाद बुलडोजर आरोपी फारुखी राइन का घर भोपाल के 11 नंबर स्थित जनता कॉलोनी पहुंच गया और अवैध निर्माण तोड़ दिया गया।