छतरपुर। संतों की तपोभूमि बागेश्वर धाम में कलश यात्रा के साथ आज से आठ दिवसीय विशाल महा महोत्सव या यूं कहें कि बुंदेलखंड का महाकुंभ शुरू हो रहा है। कलश यात्रा के बाद नो कुंडीय श्री अन्नपूर्णा महायज्ञ होगा। 19 से 25 फरवरी तक अन्नपूर्णा महायज्ञ का कार्यक्रम है और 26 फरवरी को विशाल कन्या विवाह महोत्सव है, जिसमें 251 बेटियों को पारिग्रहण कराया जाएगा।बनारस के प्रख्यात यज्ञाचार्य पं. राजा पांडे ने बताया कि बागेश्वर धाम में श्री अन्नपूर्णा महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। नौ कुंडीय इस महायज्ञ के माध्यम से बागेश्वर धाम में अनवरत भंडारा चलने के लिए मां अन्नपूर्णा से प्रार्थना की जाएगी।
बुंदेलखंड ही नहीं समूचे मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी अन्नपूर्णा रसोई के रूप में बागेश्वर धाम की अन्नपूर्णा का नाम हो गया है। आधुनिक तकनीक से सुसज्जित इस अन्नपूर्णा के माध्यम से लाखों लोगों को प्रसादी मिल रही है। बागेश्वर धाम के महाकुंभ में जहां एक और नौ कुंडीय श्री अन्नपूर्णा यज्ञ होगा। वहीं 23 फरवरी को कैंसर अस्पताल का भूमि पूजन किया जाएगा, साथ ही 26 फरवरी को 108 आदिवासी कन्याओं सहित 251 बेटियों को परिणय सूत्र में बांधा जाएगा।
यज्ञ की जिम्मेदारी संभाले धीरू महाराज ने बताया कि पूरी तैयारी कर ली गई है। प्रायश्चित एवं जल यात्रा के साथ यह अनुष्ठान बुधवार से शुरू हो रहा है। बागेश्वर धाम में अन्नपूर्णा बिना बाधा के अनवरत चलती रहे इसी कामना को लेकर श्री अन्नपूर्णा महायज्ञ किया जा रहा है।