सड़कों पर लगातार बढ़ते हादसों का संज्ञान लेते हुए कलेक्टर दीपक सोनी ने जिला परिवहन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और कहा कि जो परीक्षा में पास हों, उन्हें ही लाइसेंस जारी किया जाए। इसके साथ ही आरटीओ दफ्तर में दलालों पर कार्रवाई के निर्देश परिवहन अधिकारी को दिया गया है। बता दें कि यहां दलालों के बिना आम आदमी कोई काम नहीं करवा पाता है।
कलेक्टर ने वाहन परिचालन के लिए लाईसेंस, परमिट, फिटनेस सहित अन्य कार्यों के लिए पहुंचे आमजनों से चर्चा कर समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। इसके साथ ही कार्यालयीन गतिविधियों का जायजा लेते हुए लाईसेंस बनवाने के लिए पहुंचे आवेदकों का परीक्षण स्वयं की उपस्थिति में कराया। लाइसेंस शाखा प्रभारी को निष्पक्षता व सुगमता से प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। जिससे एजेंटी प्रथा परिवहन कार्यालय में होने की शिकायत सामने न आए। उन्होनें कहा कि सड़कों पर वाहन परिचालन के समय वाहन निर्धारित मानक अनुसार संचालित होने की प्रक्रिया निष्पक्ष रूप से होने से सड़क हादसों पर काफी हद तक अंकुश लगाया जा सकता है। परिवहन कार्यालय से मालवाहक वाहनों के भौतिक परीक्षण प्रक्रिया के दौरान स्पीड गवर्नर डिवाइस सहित निर्धारित मापदण्ड का पालन होने के बाद अनुमति प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में निर्देशित किया है। कलेक्टर ने कार्यालय निरीक्षण के दौरान कार्यालय में संचालित सभी गतिविधियों से संबंधित दस्तावेजों का स्वयं परीक्षण किया। उन्होंनें कहा कि आमजनों को परेशानियों का सामना न करना पड़े और न ही एजेंटी प्रथा से अतिरिक्त राशि खर्च का भार उठाना पड़े। इसके लिए जिला परिवहन अधिकारी अतुल असैया को निर्देशित किया गया है।
परिवहन अधिकारी को टीम के साथ स्कूली वाहनों का समय-समय पर औचक निरीक्षण कर उनकी परिचालन स्थिति, जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर सोनी ने ग्रामीण क्षेत्रों रहने वाले विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए संचालित यात्री परिवहन वाहन समय से संचालित हों इसके लिए निर्देश दिए।
परिवहन कार्यालय का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर।
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