वॉशिंगटन: चीन (China) ने अमेरिका (America) को चेतावनी दी है कि वह अमेरिकियों को हिरासत में ले सकता है. इस बाबत चीनी अधिकारियों ने कई चैनलों के माध्यम से अमेरिकी सरकार के अधिकारियों को बार-बार चेतावनी जारी की है. चीन का संदेश है कि अमेरिका को अमेरिकी अदालतों में चीनी स्कॉलर्स के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने चाहिए नहीं तो अमेरिकी चीन में खुद को चीनी कानून के उल्लंघन में फंसा पा सकते हैं.
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अमेरिका पहले ही जता चुका है अंदेशा
हालांकि इस बाबत अमेरिका पहले ही 14 सितंबर को अपने नागरिकों को चीन की यात्रा को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है. चेतावनी में कहा गया है कि चीनी सरकार (Government of China) अमेरिकी नागरिकों और अन्य लोगों को मनमाने तरीके से हिरासत में लेकर सौदेबाजी करने की कोशिश कर सकती है. व्हाइट हाउस (White House) ने विदेश विभाग के एक ईमेल का जिक्र किया है जिसमें लिखा है, ‘चीनी सरकार अमेरिकी नागरिकों और अन्य देशों के नागरिकों पर मनमाने प्रतिबंध लगा सकती है, जिसको लेकर हमारी चिंता है. हम पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया के लिए प्रयास करते रहेंगे.’ वाशिंगटन में चीनी दूतावास ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
जुलाई में चीनी छात्रों पर लगा प्रतिबंध
बता दें, ट्रम्प प्रशासन (Trump Administration) ने चीन पर साइबर अटैक (Cyber Attack) और जासूसी करने का आरोप लगाया है. आरोप है कि चीन अमेरिका की तकनीकी, सैन्य और अन्य जानकारियों को चुराने का प्रयास कर रहा है. चीन अमेरिका को विश्व की अग्रणी वित्तीय और सैन्य शक्ति के रूप में दबाने की रणनीति पर काम कर रहा है. उधर चीन ने सभी आरोपों से इनकार कर दिया है.
FBI जांच में हुआ था खुलासा
जुलाई में अमेरिकी शैक्षणिक संस्थानों में रिसर्च करने के लिए वीजा के लिए आवेदन करने वाले तीन चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था. FBI ने जांच में पाया था कि ये सभी चीन की सेना (China Army) पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सदस्य हैं, ये सच्चाई छुपाई गई. पिछले महीने अमेरिका ने 1,000 से अधिक चीनी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए थे. चीनी नागरिकों के अमेरिका में रिसर्च पर प्रतिबंध लगा दिया गया. चीन ने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया.
(इनपुट: Reuters)
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