मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का एक और बड़ा मामला सामने आया है। इस बार आधार कार्ड में हेराफेरी कर अभ्यर्थियों के फोटो और फिंगरप्रिंट बदलने का खुलासा हुआ है। छतरपुर पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी अमन तिवारी को उत्तर प्रदेश के बांदा से गिरफ्तार किया है।कोतवाली टीआई दिनेश राजपूत ने बताया कि जांच में सामने आया है कि कुछ अज्ञात लोगों ने फर्जी तरीके से आधार कार्ड में फोटो और फिंगरप्रिंट बदल दिए थे।
पुलिस की पड़ताल में पता चला कि अमन तिवारी के नाम से एक आधार अपडेट करने वाली आईडी सक्रिय थी, जिससे कई फर्जी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में बदलाव किए गए थे।पूछताछ में आरोपी अमन तिवारी ने पुलिस को बताया कि वह खुद इस आईडी का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। उसके अनुसार, किसी ने उसकी आईडी का क्लोन बनाकर दूर बैठकर इसका गलत इस्तेमाल किया है।पुलिस को एक और आधार अपडेट करने वाली आईडी के बारे में जानकारी मिली है, जिसका इस्तेमाल भी परीक्षा में शामिल फर्जी अभ्यर्थियों के दस्तावेज बदलने के लिए किया गया था। पुलिस अब इस दूसरी आईडी चलाने वाले की तलाश में जुटी हुई है।
बिहार से लाए गए थे सॉल्वर, एक गिरफ्तारइस फर्जीवाड़े में एक और बड़ा खुलासा हुआ है कि परीक्षा में असली उम्मीदवारों की जगह सॉल्वर बिठाए जा रहे थे, जिन्हें बिहार से बुलाया गया था। पुलिस ने इस मामले में एक सॉल्वर रंजन कुमार को बिहार के पालीगंज से गिरफ्तार कर लिया है। रंजन कुमार संतोष रावत की जगह परीक्षा देने आया था और वह मास्टरमाइंड अमिताभ रावत के कहने पर काम कर रहा था।
पुलिस का मानना है कि रंजन कुमार ने कई और लोगों की जगह भी परीक्षा दी होगी।पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने इस मामले पर अधिक जानकारी देते हुए बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और इसमें शामिल सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह फर्जीवाड़ा सिपाही भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर रहा है और पुलिस इस रैकेट के सभी पहलुओं को खंगाल रही है।