पिछले दो सप्ताह में 569 सेम्पल कि जाँच में संक्रमित बढे 30
सेम्पल संख्या बढ़ने से संक्रमित भी बढे
जिला अस्पताल पर जाँच का भार अधिक : एक ओर ट्रू नाट मशीन कि जरुरत
छतरपुर /धीरज चतुर्वेदी। महानगरों से जब प्रवासी मजदूरो कि वापसी होती रही, तब प्रशासन चेन कि बंसी बजा रहा था। गांव के बाहर ना क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासियों को रुकवाया गया ओर ना ही ऐतिहात बरते गये। अब ग्रामीण अंचलो से वे प्रवासी मजदूर ही संक्रमित निकल रहे है। तब कोरोना जाँच का दायरा बढ़ाया गया है। अब सेम्पल जाँच कि हालत यह है कि जिला अस्पताल कि ट्रू नाट मशीन पर अत्यधिक भार है।
छतरपुर जिले में बड़ामलहरा-बक्स्वाहा क्षेत्र को छोड़कर लगभग पूरे जिले से कोरोना के संक्रमित मिले है। सभी संक्रमित प्रवासी है। जैसे ही कोरोना संक्रमितों का मिलना शुरू हुआ वैसे ही सेम्पल संख्या भी बढ़ना शुरू हो गई है। आंकड़ों पर गौर करें तो 25 मई तक छतरपुर जिले में मात्र 541 लोगो के सेम्पल जाँच किये गये थे, जिसमे मात्र 9 कोरोना पॉजिटिव थे। महज दो हफ्ता में आज 10 जून तक 1110 सेम्पल लिये गये है ओर संक्रमितों कि संख्या 41 पहुंची है। हालांकि मात्र 12 मामले ही एक्टिव है ओर शेष के स्वस्थ होने का दावा कर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।
इस दो हफ्ते के दौरान देखे तो 569 लोगो कि सेम्पल जाँच हुई है। अचानक शुरू हुई सेम्पलिंग से व्यवस्थाओ पर साफ असर देखा जा रहा है। जिला अस्पताल में 4 जून से ट्रू नाट मशीन से कोरोना कि जाँच होना शुरू हो गई थी। जानकारी के अनुसार इस मशीन पर अत्यधिक भार है जिसे आंकड़ों के हिसाब से समझें तो आज 10 जून कि सुबह तक करीब 70 जाँच पेंडिंग थी। जिस हिसाब से अब सेम्पल जाँच बढ़ाई जा रही है, उसकी तुलना में जिला अस्पताल को एक मशीन कि ओर आवश्यकता है। बताते है कि एक ओर मशीन स्वीकृत है, इंतजार है उसके आने का। कुल मिलाकर कह सकते है कि देर से जागने का नतीजा है कि अब सेम्पल जाँच का दवाब बढ़ रहा है। वहीँ जिस तरह सेम्पल संख्या बढ़ी है उस हिसाब से संक्रमितों का प्रतिशत भी 5 फीसदी से बढ़ रहा है। इस अनुपात से माना जा रहा है कि सेम्पल संख्या बढ़ने से संक्रमितों का आंकड़ा भी बढेगा।