डिंडोरी, मध्यप्रदेश: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने डिंडोरी जिले के पिपरिया और तांतर गांव पहुंचकर बैगा आदिवासियों के साथ चौपाल लगाई और ठगी के शिकार हुए आदिवासियों की पीड़ा सुनी। कांग्रेस अब इन बैगा आदिवासियों की जमीनें वापस दिलाने की लड़ाई लड़ने का ऐलान कर चुकी है।दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि ग्राम पिपरिया माल और तांतर की लगभग एक हजार एकड़ जमीन कटनी जिले के चार लोगों के नाम से खरीदी गई है। इन जमीनों में प्रचुर मात्रा में बॉक्साइट निकला है। आरोप है कि बॉक्साइट से भरी बैगा आदिवासियों की इन बेशकीमती जमीनों को कौड़ियों के दाम पर खरीदा गया है। यह खरीद डिंडोरी के बजाग निवासी एक दलाल के माध्यम से कटनी के एक भाजपा नेता की कंपनी के लिए की गई है।
दिग्विजय सिंह का आरोप है कि जिन चार आदिवासियों के नाम से जमीनें खरीदी गई हैं, उनका नाम बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) की सूची में दर्ज है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर जमीनें खरीदने के लिए इन लोगों के पास इतना पैसा कहां से आया। उनका कहना है कि इस पूरे मामले में दलाल, राजस्व अधिकारी और भाजपा नेताओं ने सुनियोजित तरीके से बैगा आदिवासियों को लूटा है।
वहीं, इस मामले को उजागर करने वाले कटनी निवासी एक युवक ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। दिग्विजय सिंह ने इस मामले में न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है और संकेत दिया है कि कांग्रेस इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी।


