मुंबई: सुपरस्टार सलमान खान की आगामी फिल्म ‘सिकंदर’ की संभावित असफलता को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच, फिल्म के डायरेक्टर ए आर मुरुगादास ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने अपनी अगली तमिल फिल्म ‘मदरासी’ के प्रमोशन के दौरान इस विषय पर बात की।
मुरुगादास ने स्वीकार किया कि हिंदी फिल्मों में काम करते समय उन्हें भाषा की बाधा महसूस होती है। उन्होंने कहा, “जब मैं हिंदी फिल्म में काम करता हूं तो भाषा की वजह से खुद अपंग महसूस करता हूं।”उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि उनकी मातृभाषा तमिल में काम करना उनकी सबसे बड़ी ताकत है, क्योंकि उन्हें वहां के दर्शकों की पसंद और नापसंद का गहरा ज्ञान है। “मेरी मातृभाषा तमिल में काम करना, मेरी सबसे बड़ी ताकत है, क्योंकि मुझे पता है कि यहां क्या काम करता है?
“निर्देशक ने दुर्भाग्य व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस सफलता को अन्य भाषाओं, खासकर हिंदी में दोहरा नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से मैं इसे बाकी भाषाओं खासकर हिंदी में नहीं कर सका।”मुरुगादास का यह बयान उनकी पिछली हिंदी फिल्मों और आगामी ‘सिकंदर’ को लेकर उनकी रणनीति पर सवाल खड़े करता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘सिकंदर’ बॉक्स ऑफिस पर कैसा प्रदर्शन करती है और क्या मुरुगादास हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाने में सफल हो पाते हैं।


