भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सीधी और दतिया में जनसभा करने पहुंचीं। ग्वालियर दौरे में सिंधिया का जिक्र न करने वाली प्रियंका गांधी ने आज उन पर खूब बरसीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि बीजेपी के सारे नेता विचित्र टाइप के हैं। एक तो सिंधिया जी हैं, उनके साथ मैंने यूपी में काम किया। क्या है कि वे कद में थोड़े छोटे पड़ गए, लेकिन अहंकार में वाह भाई वाह।
प्रियंका गांधी के द्वारा दिए गए बयान का विश्लेषण किया जाए तो दो अर्थ सामने आते हैं एक तो सिंधिया की ऊंचाई थोड़ी कम है, लेकिन प्रियंका गांधी का इशारा ज्योतिरादित्य सिंधिया के राजनीतिक कद की तरफ ज्यादा था आखिर सिंधिया का कद कितना है।
गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले ज्योति आदित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब भी बेहद मजबूत नेताओं में थे शामिल थे वह केंद्रीय मंत्री भी रहे लेकिन 2019 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस ने उन्हें हसीए पर ला दिया इसके बाद जो हुआ उसे सिंधिया का कद कई गुना बढ़ गया
22 विधायकों ने दे दिया था इस्तीफा
वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए थे तब प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी लेकिन डेढ़ साल के अंदर ही मार्च 2020 में यह सरकार अल्पमत में आ गई तब ज्योति आदित्य सिंधिया कांग्रेस में थे और उसे समय उनके 22 समर्थक विधायकों ने इस्तीफा दे दिया इस्तीफा देने वालों में तत्कालीन कमलनाथ सरकार में 6 मंत्री भी शामिल थे। इस कारण कमलनाथ सरकार गिर गई तब पहली बार कांग्रेस को ज्योति आदित्य सिंधिया का कद के प्रभाव का आकलन हुआ था
भाजपा में पद भी मिला कद भी बड़ा
मध्य प्रदेश में उपचुनाव हुए और सिंधिया के समर्थक विधायकों को भाजपा से टिकट मिला अधिकांश विधायक चुनाव जीते सभी को मंत्री पद मिला और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार में ग्वालियर चंबल क्षेत्र के नेताओं को तवज्जो मिली जो की कमलनाथ सरकार में नहीं मिल रही थी
भाजपा ने पद भी दिया और कद भी
ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हुए तब पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में भेजो और उन्हें उनका मनचाहा केंद्रीय विमानन विभाग का मंत्री बनाया।
प्रधानमंत्री खुद आए थे सिंधिया स्कूल
पिछले दिनों ग्वालियर के प्रसिद्ध सिंधिया स्कूल के एक कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 घंटे का समय निकालकर ग्वालियर आए और स्कूल के कार्यक्रम में शामिल हुए सिंधिया की कहने पर मोदी का ग्वालियर आना उनके कद को लेकर बढ़ते कद को लेकर चर्चा का विषय बना।
राष्ट्रपति भी कर चुकी हैं सिंधिया के महल का दौरा
पिछले महीने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सिंधिया के निवास जय विलास महल आई थी और यहां पर उन्होंने लंच भी किया था।
सिंधिया समर्थक विधायकों को मिला टिकट
अब जबकि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं ऐसे में सिंधिया के समर्थक अधिकांश विधायकों को टिकट मिला है और भी चुनाव मैदान में है। ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस में उपेक्षा का शिकार हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया कि भाजपा में आने के बाद उनका कद और पद लगातार बढ़ा है।