भारतीय सेना की मारक क्षमता में जल्द ही बड़ा इजाफा होने वाला है। सेना को अपने बहुप्रतीक्षित अपाचे AH-64E लड़ाकू हेलीकॉप्टरों का पहला बैच अमेरिका से मिलने वाला है। यह डिलीवरी कई महीनों की देरी के बाद हो रही है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका बहुत जल्द भारत को इन अत्याधुनिक हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी देगा। भारत और अमेरिका के बीच इन छह हेलीकॉप्टरों के लिए 2020 में 600 मिलियन डॉलर (लगभग 5000 करोड़ रुपये) का सौदा हुआ था। हालांकि, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और तकनीकी समस्याओं के कारण इनकी डिलीवरी में 15 महीने से अधिक की देरी हुई है। पहले इन हेलीकॉप्टरों को मई-जून 2024 तक मिलने की उम्मीद थी, फिर दिसंबर 2024 की समय सीमा निर्धारित की गई थी, लेकिन अब जुलाई 2025 में इनके मिलने की संभावना है।
माना जा रहा है कि इन शक्तिशाली लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की तैनाती पाकिस्तान वाली पश्चिमी सीमा पर की जाएगी। भारतीय सेना ने मार्च 2024 में जोधपुर में अपनी पहली अपाचे स्क्वाड्रन भी स्थापित की थी, जो इन हेलीकॉप्टरों के इंतजार में थी। इन हेलीकॉप्टरों के आने से भारतीय सेना की हवाई आक्रामक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे पाकिस्तान पर निरंतर दबाव बना रहेगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारतीय वायु सेना पहले से ही 22 अपाचे AH-64E हेलीकॉप्टरों का संचालन कर रही है, जिनकी डिलीवरी 2019-2021 के बीच हुई थी। सेना के लिए ये छह अतिरिक्त अपाचे, हवाई समर्थन, टोही और दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।