उज्जैन, ब्यूरो। सावन के आखिरी सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी (Mahakaal Ki Savari) निकली। आखिरी और 8वें सोमवार को उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir ujjain) भगवान शिव के जयकारों से गूंजायमान रहा। भगवान महाकाल की सवारी निकाली गई, जिसमें बाबा ने रुद्रेश्वर (Rudreshwer) स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिया। गोपाल मंदिर के पुजारी ने बाबा महाकाल का पूजन किया। श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल का जयघोष कर सवारी की अगवानी की। यहां हरि-हर मिलन के बाद सवारी वापस महाकाल मंदिर के लिए रवाना हुई है। सभा मंडप में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, महापौर मुकेश टटवाल और मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने पूजन किया। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने पालकी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। महाकाल की सवारी में हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव, नंदी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होलकर स्टेट के मुखारविंद, एक नवीन रथ पर घटाटोप स्वरूप और दूसरे नवीन रथ पर श्री जटाशंकर और रथ पर नए स्वरूप श्री रुद्रेश्वर नया सप्तधान मुखारविंद शामिल हैं। आपको बता दें कि अब भादौ महीने की दो सवारी 4 सितंबर और अंतिम शाही सवारी 11 सितंबर को निकाली जाएगी।