एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया, जो गिरोह के सदस्यों के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाने में शामिल था। नई दिल्ली, 23 मई 2025 राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने खूंखार लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है, जो गिरोह के सदस्यों को फर्जी पासपोर्ट के साथ देश से भागने में मदद कर रहा था। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के पासपोर्ट मॉड्यूल को चलाने वाले राहुल सरकार को नई दिल्ली के पटियाला हाउस स्थित एजेंसी की विशेष अदालत ने आगे की जांच के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।
एनआईए ने पाया है कि आरोपी गिरोह के सदस्यों को जाली पासपोर्ट की व्यवस्था करके मदद कर रहा था, जिससे अपराध करने के बाद उन्हें देश से भागने में मदद मिलती थी। इस तरह से उसने जिन गिरोह के सदस्यों की मदद की थी, उनमें सचिन थापन उर्फ सचिन थापन बिश्नोई भी शामिल है, जो 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी है।राहुल की गिरफ्तारी एनआईए द्वारा अगस्त 2022 में गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर दर्ज मामले आरसी-39/2022/एनआईए/डीएलआई की जांच के तहत हुई है।
यह मामला आपराधिक गिरोहों और सिंडिकेट द्वारा धन जुटाने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए युवाओं की भर्ती करने की साजिश से संबंधित है।आईपीसी की धारा 120-बी और यूए (पी) अधिनियम, 1967 की धारा 17, 18 और 18-बी के तहत दर्ज मामले में एनआईए की जांच जारी है।