गिरार में पत्थर में मिला प्लैटिनम
– फोटो : LALITPUR
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ललितपुर। सोनभद्र की खदानों में सोने की उपलब्धता के बाद ललितपुर में कीमती धातु प्लेटिनम के भंडार की पुष्टि हुई है। अब इसकी मात्रा का आकलन किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य इसकी पुष्टि शनिवार को ही कर चुके हैं। हालांकि लखनऊ स्थित मुख्यालय में चीफ माइन्स ऑफिसर अनिल कुमार शर्मा ने अमर उजाला को फोन पर बताया कि यह एक लंबी प्रक्रिया है। कोई ठोस जानकारी आने पर साझा की जाएगी।
उत्तर प्रदेश खनिकर्म एवं पुरातत्व विभाग और भारतीय भू-सर्वेक्षण विभाग की टीम द्वारा जिले के मड़ावरा विकास खंड के आधा दर्जन गांवों के भू-भाग के कुछ स्थानों को चिह्नित कर खनिजों की उपलब्धता को तलाशा गया है। विस्तृत अध्ययन के लिए नमूने हैदराबाद, दिल्ली और आगरा भेजे गए हैं। सूत्रों के अनुसार ललितपुर में थ्री जी सर्वे में प्लेटिनम की पुष्टि होने के साथ ही रॉक फास्फेट के खनन के लिए वन विभाग से अनुमति भी मांगी है। साथ ही, सोने की उपलब्धता की संभावना भी जताई है।
छह फरवरी को केंद्र व राज्य सरकार की पांच सदस्यीय टीम ने मड़ावरा तहसील के थाना गिरार के अंतर्गत कस्बा गिदवाहा व गिरार के कुछ क्षेत्रों का निरीक्षण किया था। जहां पर लाल व काले रंग के पत्थर पाए गए थे। इनमें टीमों ने धातु होने की संभावना जताई थी। टीम द्वारा इन स्थानों से खुदाई कराकर मिट्टी के नमूने लिए थे, जिसकी जांच लैब में कराई गई। लैब में जांच कराने पर प्लेटिनम होने की पुष्टि हुई है। यह धातु अधिक कीमती है।
क्या है प्लेटिनम ?
प्लेटिनम धातु में चमक अधिक होती है। यह काफी महंगी धातु है। इसका उपयोग आभूषणों, प्रयोगशाला, उपकरणों, इलेक्ट्रोडों, मिश्रित धातुओं एवं हाइड्रोजनीकरण तथा ओसवाल्ड विधि में उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है। फाउंटन पेन के निब की टिप बनाने में भी प्लेटिनम का उपयोग होता है। इसके आभूषणों की मांग बढ़ रही है।
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खनिज संपदा से भरपूर है ललितपुर
बुंदेलखंड में सबसे अधिक खनिज संपदा वाला जिला ललितपुर है। यहां पर इमारती पत्थर, ग्रेनाइट और बालू के साथ- साथ अब कीमती धातु होने की पुष्टि हुई है। ग्रेनाइट पत्थर की मांग विदेशों में अधिक है। यहां का अधिकांश ग्रेनाइट पत्थर विदेशों में जा रहा है। यहां पर इमारती पत्थर की भी कई खदानों से खनन कार्य चल रहा है। बालू के लिए भी अधिक क्षेत्र जाना जाता है। गिट्टी के लिए भी खदानें संचालित हो रहीं हैं।
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केंद्र और प्रदेश सरकार की टीमों ने निरीक्षण कर नमूने लिए थे। इसमें क्या पाया गया, इसकी किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है।
– नवीन कुुमार दास
क्षेत्रीय/ जिला खान अधिकारी
उत्तर प्रदेश खनिकर्म एवं पुरातत्व विभाग और भारतीय भू-सर्वेक्षण विभाग की टीम द्वारा जिले के मड़ावरा विकास खंड के आधा दर्जन गांवों के भू-भाग के कुछ स्थानों को चिह्नित कर खनिजों की उपलब्धता को तलाशा गया है। विस्तृत अध्ययन के लिए नमूने हैदराबाद, दिल्ली और आगरा भेजे गए हैं। सूत्रों के अनुसार ललितपुर में थ्री जी सर्वे में प्लेटिनम की पुष्टि होने के साथ ही रॉक फास्फेट के खनन के लिए वन विभाग से अनुमति भी मांगी है। साथ ही, सोने की उपलब्धता की संभावना भी जताई है।
छह फरवरी को केंद्र व राज्य सरकार की पांच सदस्यीय टीम ने मड़ावरा तहसील के थाना गिरार के अंतर्गत कस्बा गिदवाहा व गिरार के कुछ क्षेत्रों का निरीक्षण किया था। जहां पर लाल व काले रंग के पत्थर पाए गए थे। इनमें टीमों ने धातु होने की संभावना जताई थी। टीम द्वारा इन स्थानों से खुदाई कराकर मिट्टी के नमूने लिए थे, जिसकी जांच लैब में कराई गई। लैब में जांच कराने पर प्लेटिनम होने की पुष्टि हुई है। यह धातु अधिक कीमती है।
क्या है प्लेटिनम ?
प्लेटिनम धातु में चमक अधिक होती है। यह काफी महंगी धातु है। इसका उपयोग आभूषणों, प्रयोगशाला, उपकरणों, इलेक्ट्रोडों, मिश्रित धातुओं एवं हाइड्रोजनीकरण तथा ओसवाल्ड विधि में उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है। फाउंटन पेन के निब की टिप बनाने में भी प्लेटिनम का उपयोग होता है। इसके आभूषणों की मांग बढ़ रही है।
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खनिज संपदा से भरपूर है ललितपुर
बुंदेलखंड में सबसे अधिक खनिज संपदा वाला जिला ललितपुर है। यहां पर इमारती पत्थर, ग्रेनाइट और बालू के साथ- साथ अब कीमती धातु होने की पुष्टि हुई है। ग्रेनाइट पत्थर की मांग विदेशों में अधिक है। यहां का अधिकांश ग्रेनाइट पत्थर विदेशों में जा रहा है। यहां पर इमारती पत्थर की भी कई खदानों से खनन कार्य चल रहा है। बालू के लिए भी अधिक क्षेत्र जाना जाता है। गिट्टी के लिए भी खदानें संचालित हो रहीं हैं।
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केंद्र और प्रदेश सरकार की टीमों ने निरीक्षण कर नमूने लिए थे। इसमें क्या पाया गया, इसकी किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है।
– नवीन कुुमार दास
क्षेत्रीय/ जिला खान अधिकारी