भोपाल। मध्यप्रदेश की सत्ता गंवाने के एक साल बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक और झटका लगने वाला है। इस बार उन्हें संगठन के मोर्चे पर मात मिलने के समीकरण बन गए हैं।
BJP प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में शिवराज खुद या अपने किसी समर्थक को संगठन की कमान चाहते हैं। इसके लिए वे दिल्ली तक लॉबिंग कर आए, लेकिन उनके नाम पर सहमति नहीं बनी। अब शिवराज ने ठाकुर अध्यक्ष राकेश सिंह की जगह उसी वर्ग के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया का नाम आगे बढ़ाया है। शिवराज वर्तमान अध्यक्ष राकेश सिंह को दोबारा इस पद पर नहीं देखना चाहते हैं, क्योंकि राकेश रहे तो संगठन पर उनकी पकड़ कमजोर हो जाएगी। शिवराज की इस मंशा के आड़े राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का राकेश प्रेम आ गया है। शाह नागरिकता कानून पर लोगों से बातचीत करने मध्यप्रदेश आ रहे हैं और इसके लिए उन्होंने राकेश के जबलपुर को चुना है। वे 12 जनवरी को जबलपुर आएंगे। इससे पहले ऐसे किसी विषय पर चर्चा या सभा के लिए बीजेपी नेतृत्व भोपाल या इंदौर का चुनाव करता रहा है। इन स्थानों पर की गई बात पूरे प्रदेश के साथ देश में भी सुनी जाती है। प्रदेशाध्यक्ष चुनाव के मौके पर शाह के जबलपुर दौरे से अध्यक्ष पद पर उनका दावा और मजबूत हुआ है।