भोपाल। मध्य प्रदेश में ‘श्री हनुमान लोक’ (Shri Hanuman Lok) का भूमि पूजन हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस लोक की नींव रखी। मुख्यमंत्री सबसे पहले जाम सावली मंदिर (Jamsavli Mandir) पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की। इसके बाद श्री हनुमान लोक का शिलान्यास किया। अभी सीएम ने प्रथम चरण के निर्माण कार्यों की ही शुरुआत की है। हनुमान लोक क्या है? यह कहां बन रहा है? इसकी लागत क्या होगी? आदि जानकारी हम आपको विस्तार से बता रहे हैं।
जाम सांवली को जानें
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले का एक स्थान का नाम है— जाम सावली। राजधानी भोपाल से करीब 350 किमी दूर स्थित जाम सांवली की ख्याति लेटे हुए हनुमान जी (Lete Hue Hanuman Ji) के रूप में है।
सबसे खास है यह प्रतिमा
यहां पर स्वयं हनुमान जी विराजमान हैं, उनकी मूर्ति लेटी हुई मुद्रा में प्रतिमा है। मान्यता है कि यहां हनुमान जी खुद ही प्रकट हुए थे। विश्राम मुद्रा में लेटे हुए चमत्कारी हनुमान प्रतिमा (Chamatkarik Hanuman ji) की नाभि से लगातार जल निकलता रहता हैं। मान्यता है कि लोगों की मुराद हनुमान जी पूरी करते हैं।
श्री हनुमान लोक कहां बन रहा है
श्री हनुमान लोक जाम सांवली के इसी मंदिर के आसपास बन रहा है। वर्तमान मंदिर परिसर को विस्तारित किया जाना है। अभी प्रथम चरण शुरू हुआ है। यह 26 एकड़ से अधिक क्षेत्र में बनेगा।
कितनी आएगी लागत
प्रथम चरण में 35 करोड़ 9 लाख रुपए की लागत से निर्माण होगा।

कौन सी वास्तुकला से निर्माण होगा
भव्य प्रवेश द्वार मराठावाड़ा वास्तुकला से प्रेरित भव्य प्रवेश द्वार में भगवान के विराट स्वरूप की छवि दिखेगी।

हनुमान लोक में क्या—क्या होगा
चिरंजीवी पथ : मुख्य प्रवेश द्वार से प्रथम प्रांगण तक 500 मीटर लंबा चिरंजीवी पथ बनेगा।
प्रथम प्रांगण : चिरंजीवी पथ एवं प्रथम प्रांगण के 90 हजार वर्गफुट क्षेत्र में कलाकृतियों के माध्यम से अंजनी पुत्र हनुमान जी के बाल स्वरूप का मनोहारी चित्रण होगा।

द्वितीय प्रांगण: करीब 62 हजार वर्गफुट क्षेत्र में मूर्तियों एवं कलाकृतियों के माध्यम से भक्त-शिरोमणी हनुमान जी के भक्ति स्वरूप का चित्रण किया जाएगा।

मुक्ताकाश मंच : रामलीला एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए जलाशय के तट पर 12 हजार वर्गफुट क्षेत्र में बनेगा ओपन एयर थियेटर बनेगा।
आयुर्वेदिक चिकित्सालय : संजीवनी बूटी लाने वाले भगवान के संकटमोचक स्वरूप से प्रेरणा लेकर परिसर में आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनेगा।

नदी सौंदर्यीकरण : मंदिर के समीप बहने वाली नदी तट के सौंदर्यीकरण एवं लैंडस्केपिंग के माध्यम से श्रद्धालुओं के बैठने आदि की व्यवस्था बनाई जाएगी।
प्रशासनिक कार्यालय : 37 हजार वर्गफुट में निर्मित किया जाएगा कम्युनिटी सेंटर, जन सुविधाएं, ट्रस्ट ऑफिस, प्रशासनिक कार्यालय एवं कंट्रोल रूम बनेगा।
फूड कोर्ट : प्रसाद-पूजन सामग्री एवं भोजन आदि व्यवस्था के लिए 120 दुकान एवं फूड कोर्ट बनेंगे।
विस्तृत पार्किंग : 400 चार पहिया वाहनों एवं 400 दो पहिया वाहनों की क्षमता के लिए डेढ़ लाख वर्गफुट क्षेत्र में पार्किंग विकसित की जाएगी।

दूसरे चरण में होंगे यह काम
पहला चरण पूरा होने के बाद यहां पर द्वितीय चरण शुरू होगा। इसमें रामटेकरी पर्वत की परिक्रमा के लिए संजीवनी पथ (Sanjivni path) का विकास होगा, अष्टसिद्धि केंद्र एवं संस्कृत विद्यालय बनाया जाएगा, योगशाला प्रवचन हॉल एवं ओपन एयर थियेटर बनेंगे। जाम नदी पर घाट का निर्माण होगा। वाटर फ्रंट पाथ वे एवं सिटिंग एरिया, भक्त निवास, भोजनालय एवं गौशाला बनाई जाएगी।
