एमपी के दमोह से इस वक़्त की बड़ी ख़बर है जहां तालाब में डूबने से तीन बच्चियों की दर्दनाक मौत हो गई है , इस घटना के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है। दमोह जिले के नोहटा थानां क्षेत्र के तहत आने वाले डूमर गाँव मे देर शाम एक धार्मिक आयोजन से लौट रही तीन बच्चियां जिनमे दो 12- 12 साल की और एक 10 साल की है गावँ के तालाब में नहाने के लिए गई औऱ एक एक कर तीनो डूबने लगी। आसपास मौजूद लोगो ने उन्हें तालाब से बाहर निकाला और उन्हें लेकर नोहटा के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां व्यवस्था न होने की वजह से उन्हें दमोह के जिला अस्पताल लाया गया लेकिन तीनो को मृत घोषित कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि तीनों लडकिया एक ही परिवार की चचेरी बहिने हैं। पुलिस और प्रशासन को इस दुखद हादसे की खबर मिली तो नोहटा पुलिस जिला अस्पताल पहुची वही कलेक्टरके निर्देश के बाद दमोह के तहसीलदार भी अस्प्ताल में है और मामले की जानकारी ले रहे हैं। इस घटना के पीछे की जो वजह सामने निकल कर आई है वो एक टोटके और स्थानीय मान्यता से जुड़ी है।
दरअसल इलाके में पर्याप्त बारिश नही हुई है और ऐसी स्थिति में ग्रामीण चिंतित है। पुरानी मान्यता के मूताबिक ऐसी स्थिति और बारिश के लिए गावँ की छोटी छोटी बच्चियों को अर्धनग्न कर के उन्हें मेंढकी डंडे में बांधकर दी जाती है और ये इन बच्चियों से गाँव मे भीख मंगवाई जाती है और इससे जो खाद्द सामग्री जमा होती है उसी सामग्री से देवी के मंदिर में भंडारा आयोजित किया जाता है। ये बच्चियां भी इसी टोटके को करने के बाद भंडारा करके वापस लौटते वक्त तालाब में नहाने गई थी। नोहटा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। वही अधिकरियो का कहना है कि तमाम पहलुओं पर जांच की जा रही है, प्रशासन की ओर से पीड़ितों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया गया है।