कीव/ओस्लो: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच, नाटो (NATO) देशों पर रूसी हमले की आशंकाएं बढ़ गई हैं। ताजा घटनाक्रम में, नाटो सदस्य नॉर्वे ने पोलैंड में अपने F-35 फाइटर जेट तैनात करने का ऐलान किया है। नॉर्वे का कहना है कि यह तैनाती यूक्रेन को सहायता पहुंचाने के लिए उपयोग किए जा रहे रेज्जो-यासेनका एयरपोर्ट की सुरक्षा के मद्देनजर की गई है।
यह कदम ऐसे समय में आया है जब यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों की बढ़ती भागीदारी को लेकर रूस लगातार कड़ी प्रतिक्रिया दे रहा है। नॉर्वे द्वारा पोलैंड में अत्याधुनिक फाइटर जेट्स की तैनाती से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या रूस नाटो देशों को भी निशाना बनाने की तैयारी में है?
यदि रूस नाटो सदस्य देशों पर हमला करता है, तो यह संघर्ष एक बड़े और अधिक विनाशकारी युद्ध में बदल सकता है। नाटो के सामूहिक रक्षा सिद्धांत (अनुच्छेद 5) के तहत, किसी एक सदस्य देश पर हमला सभी सदस्य देशों पर हमला माना जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप सभी नाटो सदस्य सैन्य प्रतिक्रिया देने के लिए बाध्य होंगे।
इस तैनाती से क्षेत्रीय तनाव और बढ़ने की आशंका है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात पर करीब से नजर रख रहा है कि रूस इस कदम पर कैसे प्रतिक्रिया देता है।