
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे वक्त में माता-पिता पर फीस के लिए दबाव डाला जाना ठीक नहीं हैं.
बुधवार को एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि कई प्राइवेट स्कूल्स बच्चों के माता-पिता के पास फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं जो मौजूदा हालात को देखते हुए सही नहीं है.
Many private schools are sending messages to students’ parents to deposit school fee. It is not appropriate to pressurize them for fees in such times. All schools have been instructed to postpone recovery of fees during #CoronavirusLockdown in Chhattisgarh: CM Bhupesh Baghel pic.twitter.com/ZRL13aq7db
— ANI (@ANI) April 2, 2020
यह पहली बार नहीं है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने इस तरह का कदम उठाया है बल्कि पिछले महीने पब्लिक एजुकेशन के डायरेक्टर को आदेश जारी करके कहा था कि कक्षा एक से नौ तक और कक्षा 11 के छात्रों को अगले एकेडमिक सेशन के लिए प्रमोट कर दिया जाए.
कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए राज्य सरकार ने 19 मार्च से ही स्कूलों को बंद कर रखा है और हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल की परीक्षा को टाल दिया है.
बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में बच्चों की पढ़ाई पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा है. इसीलिए आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों ने पहली से आठवीं तक के बच्चों को बिना एग्जाम के ही अगली कक्षा में प्रमोट किए जाने का निर्देश जारी किया है. साथ ही तमाम छात्रों के लिए रेडियों के माध्यम से और ऑनलाइन पढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
पूरी दुनिया में अब तक कोरोना वायरस के 9 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 47 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसी तरह से भारत में भी 1900 से ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमण के सामने आ चुके हैं और करीब 40 लोगों की मौत हो चुकी है.
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First published: April 2, 2020, 5:51 PM IST