छतरपुर, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की एक बेटी ने अपनी अटूट भक्ति और दृढ़ संकल्प का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है. सविता झा नामक यह श्रद्धालु शिवपुरी से छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दर्शन के लिए 230 किलोमीटर की कठिन यात्रा तपती सड़कों पर लुढ़कते हुए पूरी कर रही हैं. उनकी यह अनोखी तपस्या न केवल उनकी गहन आस्था को दर्शाती है, बल्कि सनातन धर्म की महिमा को भी उजागर करती है.इस पुण्य यात्रा में सविता के पिता और उनके दोनों भाई नंगे पैर चलकर उनका साथ दे रहे हैं, जो नारी शक्ति और पारिवारिक एकता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है. यह पूरी यात्रा हिंदू राष्ट्र के संकल्प की सिद्धि के लिए समर्पित है,
जिसकी प्रेरणा उन्हें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर से मिली है.शिवपुरी जिले के पिपरा गांव की निवासी सविता झा ने अपनी इस अनूठी तपस्या की शुरुआत 10 मई 2025 को की थी, जब वे श्री रामराजा सरकार के दर्शन के लिए शिवपुरी से ओरछा के लिए पैदल निकली थीं. 13 मई को ओरछा में रामराजा सरकार का आशीर्वाद लेने के बाद, सविता ने बागेश्वर धाम की ओर अपनी लुढ़कन यात्रा शुरू की. आज, शनिवार को बागेश्वर धाम पहुंचकर उन्होंने श्री हनुमान बालाजी के दर्शन कर अपनी साधना पूर्ण करेंगी. इस यात्रा में वे प्रतिदिन लगभग 12 किलोमीटर की दूरी तपती सड़कों पर लुढ़कते हुए तय करती हैं, जो उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और भक्ति का प्रतीक है.श्रद्धालु सविता झा ने क्या कहा?
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने की प्रशंसाओरछा धाम से बागेश्वर धाम तक भीषण गर्मी में लुढ़कते हुए आ रही महिला श्रद्धालु को लेकर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गहरी प्रशंसा व्यक्त की है. उन्होंने कहा, “अद्भुत आस्था है, यह समर्पण है बागेश्वर बालाजी के प्रति, सन्यासी बाबा के प्रति.”पंडित शास्त्री ने आगे कहा कि बागेश्वर बालाजी सनातनी हिंदू की आस्था का एक दिव्य केंद्र है, जो भविष्य में आरोग्य और आस्था का केंद्र बनने जा रहा है. उन्होंने सविता की इस तपस्या को बालाजी के प्रति लाखों लोगों की अपार श्रद्धा, अलाद निष्ठा का पर्याय बताया.