रीवा, मध्य प्रदेश: रीवा जिले में सैलरी मांगने पर एक युवक की पिटाई का मामला सामने आया है। पीड़ित ने कांग्रेस के सेमरिया विधायक अभय मिश्रा और उनके सहयोगियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। इस घटना से आक्रोशित होकर पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने विधायक समेत पांच लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना रीवा जिले के चोरहटा थाना क्षेत्र में स्थित सेमरिया विधायक अभय मिश्रा के फार्महाउस की बताई जा रही है। पीड़ित अभिषेक तिवारी का आरोप है कि वह पिछले एक साल से विधायक के फार्महाउस में काम कर रहा था और उसे पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिली थी। जब उसने विधायक के ऑफिस स्टाफ से सैलरी मांगी, तो विधायक भड़क गए। अभिषेक के अनुसार, विधायक ने उसे अपने ऑफिस में बुलाया, जहां खुद विधायक और उनके गुर्गों ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। पीड़ित का आरोप है कि उसे फार्महाउस में बंधक बनाया गया था, लेकिन मौका पाकर वह वहां से भाग निकला और थाने पहुंचा।
पुलिस कार्रवाई और राजनीतिक दबाव:
अभिषेक तिवारी का कहना है कि शुरुआत में थाने में उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इससे आक्रोशित पूर्व सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी और उनके समर्थकों ने थाना का घेराव कर तुरंत कार्रवाई की मांग की। इस दौरान पूर्व विधायक और पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई। बढ़ते राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने आखिरकार सेमरिया विधायक अभय मिश्रा सहित 5 लोगों पर मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।इस संबंध में पीड़ित अभिषेक तिवारी और एडिशनल एसपी आरती सिंह के बयान भी लिए गए हैं।
विधायक अभय मिश्रा का खंडन:
वहीं, सेमरिया विधायक अभय मिश्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि राजनीतिक द्वेष के चलते उनका नाम इस मामले में घसीटा जा रहा है। मिश्रा ने बताया कि अभिषेक कभी-कभार ही उनके यहां काम पर आता था। उनके अनुसार, हाल ही में स्टाफ के बीच झगड़ा हुआ था, जिसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने दोनों पक्षों को समझाया था, लेकिन उन्होंने किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की है।
गौरतलब है कि पीड़ित अभिषेक तिवारी वही युवक है जिस पर पहले किसी अन्य व्यक्ति ने दांत से उंगली काटने का आरोप लगाते हुए सिविल लाइन पुलिस में मामला दर्ज कराया था।इस मामले पर सेमरिया विधायक अभय मिश्रा का भी बयान लिया गया है।