मध्यप्रदेश के भितरवार से एक नाबालिक को ले जाकर उत्तर प्रदेश के झांसी में बेचे जाने का मामला सामने आया है। युवती को झांसी पुलिस ने बरामद किया तो भितरवार पुलिस स्वयं के द्वारा उसे दस्तयाव करने की बात कहती रही है, जबकि पीड़ित के पिता द्वारा उसे ले जाने वाले युवक पर उसे बेचे जाने के आरोप लगाए हैं, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है, और गुमशुदगी के मामले में अब मानव तस्करी का मोड आने की बारीकी से जांच कर रही है।
आपको बता दें कि 2 दिन पूर्व भितरवार के डडूमर निवासी राजू प्रजापती की नाबालिक बच्ची गायब हो गई परिजनों ने खोजबीन की तो पता लगा की युवती डडूमर निवासी युवक नैनू परिहार के साथ गई है, जिसकी शिकायत नाबालिग के पिता राजू ने भितरवार पुलिस को तो पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और दो दिन बाद नावालिग़ युवती को उत्तर प्रदेश के झांसी से दस्तयाब होना बता दिया, लेकिन मामले में नया मोड़ तब आया जब युवती परिजनों के साथ मेडिकल कराने डबरा पहुँचीं जहाँ पिता ने बताया कि युवती को युवक पहले बहला फुसलाकर कर ले गया था जहां झांसी ले जाकर उसने मुस्लिम समाज के युवकों शाहरुख, हारून और अजीम अंसारी से उसका सौदा कर दिया पैसों के लेनदेन को लेकर कुछ विवाद हुआ तो पड़ोस में रहने वाली महिला ने झांसी पुलिस को 112 पर कॉल कर बुला लिया। पुलिस पहुंची तो युवती को लेकर झांसी थाने पहुंच गई।जहां से परिजनों को फोन आया तो मामले का खुलासा हो गया। मामले में भितरवार पुलिस भी साथ पहुंची और युवती को वापस ले आई। इस पूरे मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि यदि यह विवाद नहीं होता तो बच्ची के साथ न जाने की कितनी बड़ी घटना घटित हो जाती और पुलिस अपहरण के मामले में ही उलझी रहती। वही मामले में अब ग्वालियर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निरंजन शर्मा का क्या कहना है।
निरंजन शर्मा / अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला ग्वालियर।