दुबई: दुबई जल्द ही सार्वजनिक परिवहन (Public Transport) को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए फेशियल रिकगनिशन सिस्टम (Facial Recognition System) का इस्तेमाल करेगा. अधिकारियों ने रविवार को इसकी घोषणा की है. दुबई के ट्रांसपोर्ट सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के निदेशक ओबैद अल-हेथबोर ने कहा, ‘यह तकनीक संदिग्ध और वॉन्टेड लोगों की पहचान करने में अपनी इफेक्टिवनेस साबित कर चुकी है.’
दुबई में इस टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल यहां लगने वाले ग्लोबल एक्सपो एग्जिबशिन से पहले शुरू हो रहा है. वहीं इस टेक्नॉलॉजी को कुछ महीनों पहले ही दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उपयोग करने की अनुमति मिली है. बता दें कि यह कदम दुबई को मध्य पूर्व की ‘स्मार्ट सिटी’ बनाने के एक हिस्से के रूप में उठाया गया है.
लगने वाला है ग्लोबल एक्सपो
दुबई खुद को टेक्नॉलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के हब के तौर पर विकसित करना चाहता है. हेथबोर ने कहा, ‘मेट्रो स्टेशनों और अन्य परिवहन क्षेत्रों में उच्च स्तर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम अपनी मौजूदा क्षमताओं को बढ़ाकर बेहतर परफॉर्म करने की इच्छा रखते हैं.’
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अमेरिका में ली है ट्रेनिंग
सुरक्षा के इन इंतजामों के तहत एक विशेष पुलिस इकाई ने संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रशिक्षण भी लिया है. अधिकारियों ने हमले से निपटने और फिर संदिग्धों को पकड़ने के लिए मॉक ड्रिल भी की. इस मॉक ड्रिक के दौरान उन्होंने यात्रियों को इलाके को ‘खाली’ करने में भी मदद की. इन प्रशिक्षित अधिकारियों को अब एक्सपो 2020 के दौरान प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर तैनात किया जाएगा.
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण यह इवेंट एक साल की देरी से अक्टूबर 2021 में होगा. पहले इस इवेंट 15 मिलियन यानी कि डेढ़ करोड़ लोगों के आने की उम्मीद की जा रही थी.
दुबई पुलिस के परिवहन सुरक्षा विभाग के जमाल रशीद ने कहा, ‘आने वाले महीनों में सभी मेट्रो स्टेशनों पर फेशियल रिकगनिशन टेक्नॉलॉजी का उपयोग शुरू हो जाएगा. पहले एक संदिग्ध की पहचान करने में कम से कम 5 घंटे लगते थे, लेकिन अब इस टेक्नॉलॉजी से इस काम में एक मिनट से भी कम का समय लगेगा.’