उमरिया – कोतवाली थानांतर्गत आने वाली सिविल लाइन पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम कछरवार निवासी 23 वर्षीय युवा व्यवसायी राहुल रजक दिनांक 21 जुलाई को रात 9 बजे से लापता रहा जिसकी गुमसुदगी राहुल के भाई प्रकाश रजक ने दिनांक 23 को सिविल लाइन चौकी में दर्ज करवाया जो गुम इंसान क्रमांक 90/24 पर दर्ज किया गया। दिनांक 26 को सिविल लाइन पुलिस ने करकेली बन्ना नाला के पास रहने वाले संतोष गुप्ता के घर से राहुल का मोबाईल बरामद किया और बिना कुछ जांच किये ही संतोष गुप्ता को छोड़ दिया। राहुल के परिजन जब सिविल लाइन चौकी अपने भाई/बेटे का पता पूंछने जाते तो उनको भगा दिया जाता था वहीं 1 अगस्त को किसी ने पुलिस को सूचना दिया कि बन्ना नाला के पास संतोष गुप्ता के घर के पीछे बने कुंए में किसी की लाश पड़ी है। सूचना मिलते ही नौरोजाबाद पुलिस और उमरिया पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच कर लाश को निकलवाने का प्रयास करने लगे। देर शाम जब कुंए से लाश बाहर निकाली गई तो उसकी शिनाख्त गुम व्यवसायी राहुल रजक के रूप में हुई लेकिन उसका सिर कुंए में ही रह गया दूसरे दिन पुलिस प्रयास कर कुंए का पानी निकलवा कर मृतक का सिर भी बरामद कर ली, लेकिन अँधेला हो जाने के कारण शव का पोस्टमार्टम नही हो पाया। आज 3 अगस्त को दोपहर में शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद रजक समाज एकत्रित होकर सिविल लाइन चौकी प्रभारी अमर बहादुर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने एवं सभी दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई करने का ज्ञापन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपे साथ ही मृतक व्यवसायी राहुल रजक के भाई प्रकाश रजक ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिविल लाइन चौकी प्रभारी अमर बहादुर सिंह ने मोटा पैसा लेकर आरोपी को बचाने का प्रयास किया हैं, जब मोबाईल उसके पास से बरामद हुआ तो हमारे भाई को तलाश नही किये नही तो शायद यह घटना नही होती। वहीं एडिशनल एसपी की समझाइश के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।इस मामले में पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने देर शाम जानकारी देते हुए बताया कि इस जघन्य अपराध में शामिल नीलेश गुप्ता और मृतक राहुल रजक के बीच दोस्ती और रुपयों के लेन देन के संबंध थे, दिनांक 21/07/2024 को नीलेश गुप्ता और राहुल रजक दोनो ने करकेली के समीप स्थित बन्ना नाले के पास बैठकर शराब पी और नशे की हालत में दोनो के बीच विवाद हुआ जिस पर नीलेश गुप्ता ने राहुल रजक को धक्का मार दिया जिससे उसका सिर कुंए से टकरा गया और वो बेहोश हो गया, उसके बाद उसने अपने पिता संतोष गुप्ता को बताया तो दोनो ने मिलकर कुल्हाड़ी के पीछे तरफ से तब तक मारा जब तक उसकी मौत नही हो गई बाद में घर से कम्बल, रस्सी और बड़ा पत्थर लाकर उसमें बांध कर कुंए में फेंक दिए। पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने बताया की नीलेश गुप्ता सहित घटना को अंजाम देने में मुख्य भूमिका में रहे पिता संतोष गुप्ता दोनो को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। वहीं एस पी से जब मीडिया ने पूंछा कि परिजनों की मांग है कि सिविल लाइन चौकी प्रभारी के ऊपर सख्त कार्रवाई हो तो इस पर कह दीं कि मामला जाँचरत है।गौरतलब है कि जिले में तेजी से बढ़ रहे अपराध पर अंकुश लगाने में जिले की पुलिस नाकाम नजर आ रही है। ऐसे में आवश्यकता है पुलिस को निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई करने की ताकि बढ रहे अपराधों पर अंकुश लग सके और सरकार की मंशा कामयाब हो सके।