20 ट्रैक्टर, 40 बाइक और कार से पहुंचे 280 दर्शक, पूरा सिनेमाहाल कर लिया था बुक
भोपाल। फिल्मों, अभिनेताओं, अभिनेत्रियों के प्रति दीवानगी कोई नई बात नहीं है। लेकिन कोई अपने पिता को हीरो माने, ऐसा कम ही देखने को मिलता है। एक ऐसी ही कहानी मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के गांव में सामने आई है। यहां पर एक बेटे ने अपने पिता को हीरो मानकर उनकी याद में पूरे गांव को गदर—2 पिक्चर दिखाई। दिलचस्प बात यह है कि युवक के पिता का नाम ‘गदर सेठ’ था और यह फिल्म भी गदर का पार्ट 2 है। मामला उज्जैन जिले के घट्टिया क्षेत्र के बकानिया गांव का है। यहां के युवक धर्मेंद्र जाट ने 60 हजार रुपये के टिकट खरीदकर उज्जैन का एक पूरा सिनेमा हॉल बुक किया था। इसके बाद वह गांव से 20 ट्रैक्टर, कार, बाइक में सवार होकर 280 लोग गदर फिल्म के गानों पर नाचते हुए 27 किलोमीटर दूर सांवेर के सिनेमा हॉल चले गए। इसके बाद सबने ‘गदर2’ फिल्म देखी।
धर्मेंद्र ने बताया कि उनके पिता लक्ष्मीनारायण अभिनेता सनी देओल के बड़े फैन थे। पिता ने 2001 में गदर फिल्म देखी। उन्हें सीन देओल इतने पसंद आए कि वो रोज फिल्म देखने जाने लगे। कभी दोस्त को ले जाते, तो कभी गांव में से किसी अन्य व्यक्ति को ले जाते। इसके बाद उन्होंने एक टीवी और वीसीआर मंगवाकर गांव के मंदिर में लगवा दिया, जहां दिनभर गदर फिल्म चलती थी। बाद में गांववालों ने लक्ष्मीनारायण का नाम गदर सेठ रख दिया था। वे गदर-2 के रिलीज होने का लंबे वक्त से इंतजार था, लेकिन एक वर्ष पहले उनकी मौत हो गई थी। अब बेटे ने उनकी इच्छा पूरी की।
