Wednesday, June 25, 2025
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Ambikapur News : इस फल को खाने से तीन बच्चों की बिगड़ी तबियत, मच गया हड़कंप

निखिल मित्रा

अम्बिकापुर. सरगुजा जिले के सीतापुर के ग्राम भूसू में 3 मासूम बच्चों ने रतनजोत पौधे का फल खा लिया. उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. इन बच्चों में 2 बच्चे स्कूली छात्र हैं. जानकारी के अनुसार 13 वर्षीय गंगाराम , 6 वर्षीय अनितेश, 7 वर्षीय श्रियांश 21 मार्च को सुबह तकरीबन 10 बजे के आसपास मौसम खराब होने के कारण स्कूल नहीं गए थे. वह तीनों खेलते-खेलते घर से कुछ दूर पर रतनजोत के पौधे के फल को खाने लगे. जब वह घर आए और उन तीनों की तबीयत बिगड़ने लगी और उनको उल्टी होने लगी. परिजनों के पूछने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने रतनजोत के फल को खा लिया है.

परिवार के लोगों ने तत्काल अपने वाहनों से तीनों बच्चों को इलाज के लिए सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया. जहां सीतापुर की मेडिकल टीम व डॉक्टरों ने तुरंत उनका इलाज प्रारंभ किया. जिससे उनकी तबीयत में काफी ज्यादा सुधार देखने को मिल रहा है. वहीं डॉक्टरों ने बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कर दिया है. उनके स्वास्थ्य के ऊपर निगरानी बनाए हुए है. जब हमने इस विषय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इलाज करने वाले डॉक्टर से बात की तो उन्होंने कहा कि बच्चों की स्थिति अभी स्थिर है. हमारे द्वारा उनका गैस्ट्रिक लैवेल कर किया जा रहा है. वह बहुत जल्द ठीक होकर अपने घर जा सकेंगे.
वैसे तो रतनजोत एक औषधीय पौधा है. इसका फल ही नहीं बल्कि पत्ते भी बहुत फायदेमंद होते हैं. इसके कई औषधीय गुण है या एंटीबायोटिक एंटीबैक्टीरियल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है.
डॉक्टरने बताया कि इन बच्चों ने अधिक मात्रा में रतनजोत के फल का सेवन कर लिया था. जिसके कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई.

Tags: Ambikapur News, Chhattisgarh news


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शक्ति का सम्मान करती है सरकार, 1 लाख 2 हजार करोड़ का बजट नारी को समर्पित

भोपाल, ब्यूरो। आज चैत्र नवरात्रि का पहला दिन है। पूरा देश, पूरा प्रदेश मां की भक्ति में, शक्ति की उपासना में डूबा हुआ है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मैं सभी प्रदेशवासियों को नवरात्रि के इस पावन पर्व पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं और यही देवी मां से यही प्रार्थना करता हूं-

या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:

ये शक्ति की उपासना का पर्व है।

CM शिवराज ने कहा कि यह देश का मूल है। हमने बेटी, बहन और मां को शक्ति माना है, देवी माना है। मां, बहन और बेटी के सशक्तिकरण के बिना समाज भी सशक्त नहीं हो सकता, देश भी सशक्त नहीं हो सकता। इसलिए मेरी सरकार की सदैव यह कोशिश रही है मां, बेटी और बहन इनका सशक्तिकरण हो। राजनीतिक सशक्तिकरण, सामाजिक सशक्तिकरण और आर्थिक सशक्तिकरण। बहन और बेटियों के सशक्तिकरण का अभियान लगातार जारी रहेगा।


मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस बजट को भी अगर आप देखें 1 लाख 2 हजार करोड रुपए हमने मातृशक्ति के कल्याण पर खर्च करने का फैसला किया है।

डुकरी बहना ने किया सवाल, सुनकर हंस पड़े भैया शिवराज…जानें क्या है मामला

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक लाड़ली बहना का सवाल सुनकर हंस पड़े। मामला सागर जिले के बीना का है। मुख्यमंत्री फसलों की नुकसानी देखने के लिए खेतों में गये थे। वे कुछ बहनों से संवाद करने लगे।

कुछ बहनों ने लाडली बहना योजना के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। इस बीच, एक बहन का सवाल सुनकर मुख्यमंत्री हंस पड़े। दरअसल, महिला ने सीएम शिवराज से पूछ लिया कि काहे भैया हम डुकरियों (वृद्ध) को 1000 रुपए नहीं मिलेंगे क्या? यह सवाल सुनते ही मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि सभी बहनों को ₹1000 मिलेंगे और जो वृद्धावस्था पेंशन पाती हैं, उनकी पेंशन में राशि जोड़कर उन्हें भी ₹1000 महीने का लाभ दिया जाएगा।

दमोह के कुंडलपुर सिद्ध क्षेत्र और श्री जागेश्वर नाथ तीर्थ क्षेत्र पवित्र घोषित

भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में जिला दमोह के कुंडलपुर सिद्ध क्षेत्र और श्री जागेश्वर नाथ तीर्थ क्षेत्र को पवित्र घोषित करने का निर्णय लिया गया। कुंडलपुर सिद्ध क्षेत्र के लिए ग्राम पंचायत कुंडलपुर और श्री जागेश्वर नाथ तीर्थ क्षेत्र के लिए ग्राम पंचायत बांदकपुर के क्षेत्र को पवित्र क्षेत्र घोषित किया गया है।

अनुगूँज को प्रदेश, जिला स्तर एवं हाई / हायर सेकेण्डरी स्कूलों में आयोजित किये जाने का निर्णय

मंत्रि-परिषद ने कलाओं से समृद्ध शिक्षा “अनुगूँज” अंतर्गत विद्यार्थियों की सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए 10 करोड़ रुपए व्यय करने एवं योजना की स्वीकृति दी। “अनुगूंज” के प्रभाव को देखते हुए इसे प्रदेश स्तर, जिला स्तर एवं हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रारूप जारी किया गया था। इसमें शिक्षा की गुणवत्ता और पाठ्य सहगामी गतिविधियों (Extra-Curricular Activities) पर बहुत अधिक बल दिया गया है। स्टीम (S.T.E.A.M.) शिक्षा पद्धति के (Way Forward) के रूप में तथा शिक्षा को कला के माध्यम से समृद्ध करने के उद्देश्य से वित्तीय वर्ष 2019-20, 2020-21 एवं 2021-22 में भोपाल स्तर पर एक उच्च गुणवत्तायुक्त सांस्कृतिक एवं थियेटर कार्यक्रम “अनुगूंज आयोजित किया गया था।

ग्वालियर में हिंदी भवन के लिए 7 करोड़ रूपये सहायता राशि

मंत्रि-परिषद ने संस्कृति विभाग द्वारा कलेक्टर ग्वालियर के माध्यम से मध्य भारतीय हिंदी साहित्य सभा को हिंदी भवन के निर्माण कार्य के लिए 7 करोड़ रुपए का अनुदान दिए जाने का निर्णय लिया। वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम अनुपूरक अनुमान अंतर्गत नवीन योजना “9904- हिंदी भवन निर्माण हेतु सहायता” हेतु बजटीय प्रावधान 2 करोड़ रुपए मध्य भारतीय हिंदी साहित्य सभा को दिए जायेंगे।

जिला निवाड़ी में नवीन अनुभाग पृथ्वीपुर

मंत्रि-परिषद ने जिला निवाड़ी में नवीन अनुविभाग पृथ्वीपुर बनाने की स्वीकृति दी। नवीन अनुभाग में तहसील पृथ्वीपुर का सम्पूर्ण क्षेत्र समाविष्ट होगा। साथ ही मूल अनुविभाग निवाड़ी में तहसील निवाड़ी एवं तहसील ओरछा का सम्पूर्ण क्षेत्र समाविष्ट होगा। अनुभाग पृथ्वीपुर के कुशल संचालन के लिए स्टेनो-टाइपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4 पद, इस प्रकार कुल 11 पद स्वीकृत किए गए हैं।

जिला भिण्ड में नवीन तहसील अमायन गठित

मंत्रि-परिषद ने जिला भिण्ड में नवीन तहसील अमायन के गठन का निर्णय लिया। वर्तमान तहसील मेहगांव के पटवारी हल्का नम्बर 39 से 66 तक कुल 28 पटवारी हल्कों के 64 ग्राम का अपवर्जन कर नवीन प्रस्तावित तहसील अमायन में समाविष्ट करते हुए नई तहसील बनेगी। नवीन तहसील अमायन के कुशल संचालन के लिए तहसीलदार का 1, सहायक ग्रेड 2 के 2, सहायक ग्रेड 3 के 3, सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 02, जमादार / दफ्तरी / बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4 इस प्रकार कुल 14 पद स्वीकृत किए गए हैं।

जिला सिंगरौली में नवीन तहसील दुधमनिया

मंत्रि-परिषद ने जिला सिंगरौली में नवीन तहसील दुधमनिया गठित करने का निर्णय लिया। नवीन तहसील में तहसील चितरंगी के पटवारी हल्का क्रमांक 79 से 112 इस प्रकार कुल 34 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। तहसील दुधमनिया के गठन उपरांत, शेष चितरंगी तहसील में राजस्व निरीक्षक मण्डल कोरावल के हल्का क्रमांक 01 से 21, राजस्व निरीक्षक मण्डल मौहरिया के हल्का क्रमांक 22 से 48 तथा राजस्व निरीक्षक मण्डल चितरंगी के हल्का क्रमांक 49 से 78, इस प्रकार कुल 78 पटवारी हल्के शेष रहेंगे।

नवीन तहसील दुधमनिया के कुशल संचालन के लिए तहसीलदार का 1, नायब तहसीलदार का 1, सहायक ग्रेड 2 के 2, सहायक ग्रेड 3 के 3, सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 3, जमादार / दफ्तरी /बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 5, इस प्रकार कुल 17 पद स्वीकृत किए गए हैं।

जिला सागर में नवीन तहसील बांदरी

मंत्रि-परिषद ने जिला सागर में नवीन तहसील बांदरी के गठन की स्वीकृति दी। नवीन तहसील मे तहसील मालथौन के पटवारी हल्का नंबर 21, पटवारी हल्का क्रमांक 32 से 34 व हल्का क्रमांक 39 से 62 तक, कुल 28 हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन तहसील बांदरी के गठन पश्चात शेष मालथौन तहसील में वर्तमान तहसील मालथौन के हल्का क्रमांक 01 अटाकर्नेलगढ़ से 20 दुगाहाकला तक, हल्का क्रमांक 22 गीधा से हल्का क्रमांक 31 नौनिया तक, हल्का क्रमांक 35 रजवांस से हल्का क्रमांक 38 बनखिरिया तक, कुल 34 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन तहसील बांदरी के कुशल संचालन के लिए तहसीलदार का 1, सहायक ग्रेड 2 के 2, सहायक ग्रेड 3 के 3, सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 2, जमादार/दफ्तरी/बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4, इस प्रकार कुल 14 पद स्वीकृत किए गए हैं।

184 स्वास्थ्य संस्थाओं के निर्माण/उन्नयन की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से 184 स्वास्थ्य संस्थाओं (10 सिविल अस्पताल, 6 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 157 उप स्वास्थ्य केन्द्र) की स्थापना/ उन्नयन का अनुमोदन प्रदान किया गया। जल जीवन मिशन में 9 नवीन परियोजना क्रियान्वयन इकाइयों के गठन की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद् द्वारा मध्यप्रदेश जल निगम द्वारा 9 नवीन परियोजना क्रियान्वयन इकाइयों के गठन की स्वीकृति दी गई है। साथ ही वर्तमान में कार्यरत 15 एवं गठित होने वाली 9 नवीन परियोजना क्रियान्वयन इकाइयों के लिए विभिन्न पदों की भी स्वीकृति दी गई। जिला मुख्यालय रीवा, सागर, बड़वानी, छिंदवाड़ा, सीहोर, अलीराजपुर, छतरपुर, कटनी एवं मण्डला के लिए नवीन परियोजना क्रियान्वयन इकाइयों के गठन की स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही जल निगम के कार्यों के विस्तार तथा क्रियान्वित की जा रही परियोजनाओं के वृहद स्वरूप को देखते हुए जल निगम के लिए 463 नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई।

लोक परिसंपत्ति का निर्वर्तन

मंत्रि-परिषद् ने जिला सागर की राजस्व विभाग की वार्ड क्र. 47, खसरा क्रमांक 184/2, ग्राम तिलिमाफ़ी, पार्सल क्र. 2 स्थित भूमि परिसम्पत्ति कुल रकबा 10481 वर्गमीटर के निर्वर्तन के लिए H-1 निविदाकार की उच्चतम निविदा राशि 18 करोड़ 56 लाख 25 हजार रूपए की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-I निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100% जमा करने के उपरांत अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया।

मंत्रि-परिषद् ने जिला मुरैना में म. प्र. सड़क परिवहन विभाग की मुरैना शहरी क्षेत्र के मुख्य मार्ग वार्ड क्र. 13, डॉ. राम मनोहर लोहिया वार्ड, ग्राम जौरा खुर्द स्थित मुरैना बस डिपो एवं बस स्टेंड की ब्लॉक-ए भूमि परिसम्पत्ति के H-1 निविदाकार को न्यायालयीन प्रकरण के दृष्टिगत निविदा राशि की तृतीय एवं अंतिम किश्त के अंतिम देय दिनांक 8 जून 2022 से लेकर समस्त न्यायालयीन प्रकरण समाप्त होने की तिथि 5 दिसंबर 2022 तक अधिरोपित अर्थदण्ड ब्याज राशि माफ़ की जाकर परिसम्पत्ति के निर्वर्तन के लिए अनुबंध / रजिस्ट्री के निष्पादन की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किए जाने का निर्णय लिया।

गजकेसरी योग से हुई हिंदू नववर्ष की शुरुआत, मिलेगी साल भर सुख-समृद्धि

Hindu Nav Varsh 2023: हिंदू नव वर्ष यानी विक्रम सम्वत 2080 की शुरुआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हो रही है। 22 मार्च से शुरू हो रहे इस नववर्ष पर कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है। 22 मार्च सुबह 5 बजे की कुंडली के अनुसार शनि और गुरु अपनी अपनी राशि में विराजमान है। शनि का मंगल और केतु दोनों के साथ नवपंचम राजयोग बना हुआ है। मंगल केतु भी एक दूसरे से पंचम और नवम भाव में विराजमान होकर शुभ है। 

मीन राशि में सूर्य बुध की युति से बुध आदित्य योग वही चन्द्रमा गुरु की युति से गजकेसरी योग बना हुआ है। राहु भी पराक्रम भाव में विराजमान होकर योगों की शुभता में वृद्धि कर रहे है वही आध्यात्म के कारक केतु नवम भाव में विराजमान है। नव वर्ष की शुरुआत बुधवार से हो रही है और बुध बलवान है। ऐसे में यह वर्ष 3 राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है। आइये जानते है कि वो 3 राशियां कौन सी है।

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Ladli Behna Yojna : महिला सशक्तिकरण का प्रदेश है मध्य प्रदेश


भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक क्रांति हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस भर्ती में आरक्षण, आजीविका मिशन और संबल जैसी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। अब लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है, जिनसे न केवल महिलाओं का समग्र विकास होगा, अपितु समाज में उनका मान-सम्मान और आत्म-विश्वास भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज बालाघाट जिले के लांजी में लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बहनों को विभिन्न योजनाओं में हितलाभ वितरित किये। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन किया और पुष्प-वर्षा कर बहनों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री को बहनों ने राखी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में दीदी कैफे संचालित करने वाली बहन अंजली चौरे को 10 लाख रूपए का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी जिंदगी का उद्देश्य बहनों का कल्याण है। बहनों के होठों पर हँसी हो, तो भाई की जिंदगी सफल है। मध्यप्रदेश में नारियों का सम्मान सर्वाेच्च है। बहनें किसी भी प्रकार का अन्याय सहन न करें, तुम्हारा भाई हमेशा तुम्हारे साथ है। बहन-बेटियों की शादी की चिंता न करें, शिवराज मामा उनकी शादी कराएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले मैं और मेरी पत्नी मिल कर गरीब बेटियों की शादी करवाते थे। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू की। पिछली सरकार ने इस योजना का लाभ किसी को नहीं दिया। अब हमने निर्णय लिया है कि इस योजना में 50 हजार की राशि का चेक बेटियों को और 6 हजार रूपये आयोजक संस्था को दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटियों को अभिशाप के स्थान पर वरदान बनाया गया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटी के जन्म लेते ही उसके नाम पर 30 हजार रूपये जमा करवा दिए जाते हैं, जिससे समय-समय पर उसे पढ़ाई आदि के लिए राशि मिलती रहे। आज मध्यप्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ हैं। बेटियों की पढ़ाई और उच्च शिक्षा की फीस भी मामा भरवाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पंचायतों में बड़ी संख्या में बहनें प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनका राजनीतिक सशक्तिकरण हुआ है। मध्यप्रदेश में पंचायतों में 50 प्रतिशत सीटें बहनों के लिए आरक्षित की गई हैं। पुलिस की भर्ती में भी बहनों को आरक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण और शहरी आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं के स्व-सहायता समूह बनाए जाकर उन्हें विभिन्न गतिविधियों के लिए वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान की जाती है। इससे उनका आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण हो रहा है। साथ ही उनके आत्म-विश्वास में वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार जब मुख्यमंत्री बना, तब से ही उनके मन में निरंतर यह विचार आ रहा था कि वह बहनों को क्या उपहार दें। मैंने सोचा कि एक बार नहीं प्रतिमाह बहनों को उपहार दिया जाए। गत 28 जनवरी को सुबह 4 बजे मेरे मन में लाड़ली बहना योजना की संकल्पना आई और मैंने निर्णय लिया कि हर माह गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय बहनों के खाते में 1000 रूपये डालूंगा। लाड़ली बहना योजना का लाभ उन सब बहनों को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रूपये से कम है। बहनों को इसके लिए कोई आय प्रमाण-पत्र नहीं देना होगा। बस एक फॉर्म भरना होगा, जिसे हमारे कर्मचारी आपके गाँव, मोहल्ले में आकर भरवा लेंगे। साथ ही वे आपका ई-केवाईसी भी करवायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 25 मार्च से लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरना प्रारंभ होगा, जो 30 अप्रैल तक चलेगा। आगामी 10 जून से बहनों के खाते में पैसे आना प्रारंभ हो जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए बहनों को किसी को भी कोई राशि देने की आवश्यकता नहीं है। ई-केवाईसी के लिए प्रत्येक प्रकरण में सरकार 15 रूपये केवाईसी करने वाली संस्था को देगी। यदि कोई भी व्यक्ति बहनों से कोई राशि की मांग करें तो उसकी शिकायत तुरंत 181 पर करें, उस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्व्यन में महिलाएँ “लाड़ली बहना सेना” में शामिल होकर अपनी भागीदारी निभाये। मुख्यमंत्री ने घरेलू हिंसा, सामाजिक कुरीतियों एवं अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का आहवान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 1 अप्रैल से प्रदेश में सभी शराब के अहाते बंद कर दिए जाएंगे। मुख्यामंत्री श्री चौहान ने पूर्व विधायक श्री रमेश भटेरे की मांग पर पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से चर्चा कर लांजी के कोटेश्वर मंदिर के जीर्णाेद्धार की बात कही। उन्होंने खराडी़ एवं बाघ सिंचाई परियोजना की नहरों के कार्य और नगर परिषद लांजी के विकास के लिये आवश्यक राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग श्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का चहुँमुखी विकास हुआ है। समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए प्रदेश में कार्य हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी अभिनव योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार माना। आयुष एवं जल संसाधन राज्य मंत्री श्री राम किशोर श्नानोश् कावरे, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री प्रदीप जायसवाल, पूर्व विधायक श्री रमेश भटेरे सहित जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक उपस्थित रहे।

मध्य प्रदेश में हो सकती हैं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं : शिवराज सिंह चौहान

भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन के प्रतिनिधि-मंडल ने मुख्यमंत्री निवास स्थित भवन समत्व में सौजन्य भेंट की। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया साथ थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिनिधि-मंडल का पुष्प-गुच्छ तथा अंगवस्त्रम् भेंट कर स्वागत किया। प्रतिनिधि-मंडल ने फेडरेशन के अध्यक्ष श्री लुचिआनो रॉसी, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री रणिंदर सिंह, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव श्री के. सुल्तान सिंह और चीफ कोच श्री मनझेर सिंह शामिल थे। उल्लेखनीय है कि आईएसएसएफ वर्ल्ड कप भोपाल में 21 से 27 मार्च तक हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती सिंधिया ने आईएसएसएफ वर्ल्ड कप का लेपल पिन लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान से भेंट के दौरान प्रतिनिधि-मंडल के सदस्यों ने भोपाल में शूटिंग स्पोर्ट्स के लिए मौजूद विश्व-स्तरीय अधो-संरचना और सुविधाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि भोपाल में स्पोर्ट्स टूरिज्म की पर्याप्त संभावनाएँ हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आई एस एस एफ वर्ल्ड कप के आयोजन से भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित कराने की क्षमता से वैश्विक खेल समुदाय अवगत होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिनिधि मंडल को राज्य में ग्राम स्तर तक खेलों के विस्तार, खेलों को प्रोत्साहन और खिलाड़ियों के कौशल को निखारने के लिए जारी गतिविधियों की जानकारी दी।

छत्तीसगढ़ में ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’’ का शुभारंभ

रायपुर, ब्यूरो। मध्य प्रदेश की राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ’मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’ का शुभारंभ किया। मंगलवार को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर विधानसभा परिसर में स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने वृक्ष सम्पदा योजना के शुभारंभ के अवसर पर सामुदायिक वन संसाधन अधिकार जारी करने की प्रक्रिया को ट्रेक करने हेतु मोबाइल एप का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शहीद महेन्द्र कर्मा सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत 1458 हितग्राहियों के खाते में कुल 22 करोड़ रुपए की राशि का हस्तांतरण किया। मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना छत्तीसगढ़ में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने मुख्यमंत्री की पहल पर शुरू की जा रही है योजना। सभी वर्ग के किसानों की पड़त भूमि पर होगा वाणिज्यिक वृक्षारोपण। 33 जिलों के 23 हजार 600 किसानों द्वारा 36 हजार 230 एकड़ में किया जाएगा वृक्षारोपण। सभी वर्ग के किसानों की पड़त भूमि पर होगा वाणिज्यिक वृक्षारोपण। 33 जिलों के 23 हजार 600 किसानों द्वारा 36 हजार 230 एकड़ में किया जाएगा वृक्षारोपण। किसानों को सालाना प्रति एकड़ 15 से 50 हजार रूपए तक की आय होने का अनुमान। कार्बन क्रेडिट के माध्यम से भी किसानों को अतिरिक्त आय होगी।

जिद्दी कोबरा, दहलीज से हटा नहीं, परिवार आलमारी में चढ़ा, वन विभाग वालों ने निकाली हेकड़ी

कोरबा, ब्यूरो। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक जिद्दी कोबरा ने लोगों को आफत में डाल दिया। मामला शहर के दादर खुर्द का है।कोबरा की जिद के आगे एक परिवार को अपना ही घर छोड़कर ईंट की आलमारी में पनाह लेनी पड़ी। वहीं, जिद्दी कोबरा भी घर की देहलीज पर बैठकर परिवार के नीचे उतरने का इंतजार करने लगा। वो तो, भला को स्मार्टफोन का कि लोगों की जान बच गई। दरअसल, परिवार के लड़के पास स्मार्टफोन था। उसने तुरंत वन विभाग को फोन कर दिया। वन विभाग वाले आ गए और सांप की सारी हेकड़ी निकाल दी। घर के चौखट में फन फैलाकर रात भर बैठे रहे कोबरा को अपनी जान बचाने की जुगत करनी पड़ी। हालांकि वन विभाग की टीम ने विषधर को पकड़ने के लिए स्नेक रेस्क्यू टीम को बुलाया और कोबरा को पकड़ लिया गया। इसके बाद उसे जंगल में छेाड़ दिया गया।

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