भोपाल। MP में 3 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम के बाद से जनता मुख्यमंत्री बनने का इंतजार कर रही है। कौन बनेगा सीएम? जैसा सवाल कौन बनेगा करोड़पति से भी ज्यादा पूछा जा रहा है। इस बीच भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय किये गए पार्टी के तीन पर्यवेक्षक रविवार शाम को भोपाल आएंगे। सोमवार (11 दिसंबर) को भाजपा कार्यालय में शाम 7 बजे विधायक दल की बैठक होगी। इस बैठक में ही मुख्यमंत्री के चेहरे से पर्दा हट जाएगा। इस बीच, केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य प्रदेश से मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय कर लिया है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लिए भी मुख्यमंत्री तय कर लिये गए हैं, लेकिन भाजपा इसके लिए शुभ घड़ी का इंतजार कर रही है। 11 तारीख वह शुभ दिन होगा, जबकि तीनों राज्यों को मुख्यमंत्री मिलेंगे।
आमतौर पर देखा जाता है कि पर्यवेक्षकों के द्वारा विधायक दल की बैठक में विधायकों से उनकी मंशा पूछी जाती है। जिस तरफ ज्यादा विधायक दिखते हैं, उसे मुख्यमंत्री बना दिया जाता है, लेकिन वर्तमान भाजपा में राजनीतिक समीकरण दूसरी तरह से तय किये जा रहे हैं। पूरी संभावना है कि मध्य प्रदेश आने वाले पर्यवेक्षक लिफाफे में मुख्यमंत्री का नाम लिखकर लाएंगे और सभी विधायकों को सूचित करेंगे कि ‘इन्हें’ मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। यानि विधायकों से पूछा नहीं जाएगा, उन्हें सीधे बताया जायेगा।
आपको बता दें कि भाजपा ने मध्य प्रदेश के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
एक प्लान यह भी
सूत्रों का कहना है कि पर्यवेक्षक सभी विधायकों से अकेले मिलेंगे। यह टीम शनिवार को भोपाल आ सकती है। खट्टर और डॉ. के. लक्ष्मण विधायकों से वन टू वन चर्चा कर सकते हैं। वहीं आशा लाकड़ा महिला विधायकों से वन टू वन करे सकती हैं।
ओबीसी चेहरा सबसे आगे
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा नए ओबीसी चेहरे पर विचार कर रही है। शुक्रवार शाम को सूट—बूट पहनकर सीएम हाउस पहुंचे विधायक प्रहलाद पटेल की सीएम शिवराज से मुलाकात के बाद चर्चा और तेज हो गई है। प्रहलाद ओबीसी वर्ग से आते हैं। वहीं, सीएम शिवराज को भी यथावत रखा जा सकता है, वह भी ओबीसी हैं।