उज्जैन। होली पर्व पर बाबा महाकाल के गर्भग्रह में केमिकल गुलाल के कारण एक भीषण अग्निकांड हो गया था जिसमें पुजारी कर्मचारी और कुल 14 सेवक गंभीर रूप से झुलस गए थे। इस अग्निकांड के बाद झुलसने से सभी लोगों को उपचार के लिए इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मंगलवार रात तक तो इस अग्निकांड में झूलसे सभी लोग स्वस्थ थे लेकिन आज सुबह मुंबई के अस्पताल में उपचार ले रहे बाबा महाकाल के सेवक सत्यनारायण सोनी की उपचार के दौरान मौत हो गई। महाकाल मंदिर में 25 मार्च की सुबह 5.49 बजे भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई थी। जिसमे पुजारी सहित 14 लोग झुलस गए थे। घायलों में 9 को इंदौर रेफर किया गया था। 5 का इलाज उज्जैन में ही चला था। इस मामले में गंभीर रूप से झूलसने के कारण सत्यनारायण सोनी उम्र 80 वर्ष को इंदौर के अरविंदो अस्पताल से पिछले दिनों अच्छे उपचार के लिए मुंबई के अस्पताल में रेफर किया गया था जहां इनका इलाज चल ही रहा था कि आज सुबह उपचार के दौरान इनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि सत्यनारायण सोनी बाबा महाकाल के सच्चे सेवक थे जो की भस्म आरती मे सफाई करना हो, पूजन सामग्री एकत्रित करना हो या अन्य कोई भी काम हमेशा हर कार्य करने के लिए तैयार रहते थे महाकाल मंदिर के पुजारी बताते हैं कि बाबा महाकाल की पूजा करने के लिए भले ही कोई भी पुजारी का समय चल रहा हो लेकिन उनके सहयोगी के रूप में वर्ष सत्यनारायण सोनी सेवा देने के लिए जरूर मौजूद रहते थे। बताया जाता है कि इस अग्निकांड में झूलसे पुजारी पुत्र मनोज शर्मा (43), पुजारी संजय शर्मा (50) और सेवक चिंतामण (65) का इलाज अभी भी इंदौर के अरविंदो अस्पताल में जारी है।