नीमच जिले के जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धारवे के अपहरण मामले में नया मोड़ आया है। सीईओ ने बयान दिया है कि उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए षड्यंत्र रचा गया था और अपहरण कर आरोपियों ने एक करोड़ रुपये की मांग की थी। इधर अपहरण के आरोप में 12 लोगों के खिलाफ नीमच केंट थाने पर एफआईआर दर्ज की गई है। महिला सहित5 को नामजद किया गया है जिनमे तहसीलदार और पटवारी भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि जनपद सीईओ आकाश धारवे का सुबह कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था, इस घटना की सुचना मिलते ही नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक टीम रवाना कर दी थी, साथ ही मंदसौर से लेकर उज्जैन तक पुलिस को संदिग्ध कार की नाकाबंदी की सूचना दी थी। नीमच, मंदसौर से निकलकर अपहर्ताओं के वाहन जैसे ही नागदा गए तो वहां तैनात पुलिस ने संदिग्ध स्कॉर्पियो और दूसरे वाहन को घेर लिया।
मौके से अपहर्ताओं के चंगुल से न केवल सीईओ आकाश को सुरक्षित छुड़ाया बल्कि अपहरणकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया। आरोपियों और पिडित सीईओ को लेकर पुलिस टीम नीमच पहुंची। जहां सीईओ आकाश चौहान ने बताया कि मुझे ब्लैकमेल करने के लिए षड्यंत्र रचा गया था, मुझसे एक करोड़ रुपये की मांग की गई थी।
Visuals- अपहरण की घटना के बाद आरोपी नागदा में पकड़े गए, आरोपियों को नीमच केंट थाने में लाते हुए, नागदा और नीमच केंट थाने के दृश्य
Bite- आकाश धारवे, अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त जनपद सीईओ
सीईओ ने कहा कि पुलिस का धन्यवाद जिन्होंने मुझे सुरक्षित किया। इधर नीमच केंट थाने पर अपहरण के आरोप में युवती सहित12 के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। जिनमें एक तहसीलदार सहित 5 पटवारी भी शामिल हैं। ये सभी युवती के रिश्तेदार और समाज के लोग बताए जाते हैं।