*कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर मध्यान्ह भोजन बनाने वाले स्वसहायता समूह को तत्काल हटाया**बिना परीक्षण किए बच्चों को भोजन दिए जाने पर संस्था प्रमुख को किया निलंबित**कलेक्टर सिंह ने तीन सदस्यीय जाँच समिति का किया गठन*खण्डवा – गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को जिले की समस्त शासकीय प्राथमिक माध्यमिक शालाओं तथा आंगनवाडी में अध्ययनरत बच्चों को पीएम पोषण अन्तर्गत विशेष भोज कराया गया था। जिला शिक्षा अधिकारी पी.एस. सोलंकी ने बताया कि बच्चों के भोजन ग्रहण के उपरांत शासकीय माध्यमिक शाला कसरावद विकास खण्ड हरसूद के कुछ बच्चों का स्वस्थ्य खराब होने की बात परिलक्षित हुयी। बच्चों की अस्वस्थ्यता के फलस्वरूप उन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हरसूद में भर्ती कराया गया।प्राथमिक उपचार के उपरांत बच्चों का स्वास्थ्य ठीक पाये जाने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था।
जिला शिक्षा अधिकारी सोलंकी ने बताया कि 27 जनवरी को पालकों के द्वारा पुनः 20 बच्चों के स्वास्थ्य उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हरसूद में लाया गया, यद्यपि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हरसूद के बच्चों के चिकित्सक डॉ. गगन दिलवारे द्वारा स्थिति सामान्य बतायी गई थी, किन्तु पालकों के आग्रह पर शासकीय एम्बूलेंस के द्वारा 17 बच्चों को जिला चिकित्सालय में उपचार हेतु लाया गया है। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के द्वारा बच्चों का उपचार किया जा रहा है। बच्चों का स्वस्थ्य सामान्य होना बताया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी सोलंकी ने बताया कि कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के फलस्वरूप मध्यान्ह भोजन बनाने वाली स्वसहायता समूह को तत्काल हटा दिया गया है। साथ ही संस्था प्रमुख द्वारा बिना परीक्षण किए बच्चों को भोजन दिए जाने के फलस्वरूप इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। प्रकरण की जॉच हेतु कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) हरसूद, जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला खाद्य निरीक्षक अधिकारी की तीन सदस्यीय जाँच समिति का गठन किया गया है। समिति जांच कर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी। कलेक्टर सिंह ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी राधेश्याम गोले द्वारा खाद्य पदार्थों का सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल की प्रयोगशाला भेजा गया।